झारखंड: खतरे में दामोदर नदी, वाशरी का 'काला' पानी खतरनाक स्तर पर बह रहा, रोकी गई पानी की सप्लाई
Jharkhand Desk: झारखंड के धनबाद में दामोदर नदी में खतरनाक स्तर पर वेस्ट तरल पदार्थ बह रहा है. झारखंड राज्य के धनबाद ज़िले में स्थित जोरापोखर दामोदर नदी के पानी में केमिकल बहाये जाने से शुक्रवार को हड़कंप मच गया. इससे नदी का पानी प्रदूषित हो गया है.
Jharkhand Desk: जोड़ापोखर. दामोदर नदी के पानी में केमिकल बहाये जाने से शुक्रवार को हड़कंप मच गया. पूर्वाह्न 10 बजे पानी का रंग काला देख जमाडा जल संयंत्र केंद्र के कर्मियों के हाथ-पांव फूल गये. वरीय अधिकारियों के दिशा-निर्देश पर ढाई घंटे प्लांट एवं इंटेकवेल को बंद कर दिया गया. सूचना मिलने पर जमाडा केंद्र के एसडीओ कृपा शंकर यादव, कनीय अभियंता आशुतोष राणा ने पानी की जांच करायी. इसमें वाशरी का केमिकल पानी में होने का प्रमाण मिला. बताया जाता है कि तेनुघाट डैम से पानी आता है. रास्ते में नदी किनारे कई प्लांट, फैक्ट्री व कल-कारखाने अवस्थित हैं. बताया जाता है कि समय-समय पर यह केमिकल दामोदर नदी में छोड़ दिया जाता है. वह पानी में मिलकर नदी में बहता है.

दामोदर नदी में केमिकल बहने के बाद जल संयंत्र केंद्र से पानी सप्लाई रोक दी गयी. जिले की लगभग 14 लाख आबादी को शुक्रवार को पानी नहीं मिला. इंटेकवेल में लगे 480 एचपी के मोटर पंप से 12 एमजीडी व 9 एमजीडी जलभंडारण गृह में भंडारण का कार्य ठप रहा. इस कारण बस्ताकोला, झरिया, पुटकी, भूली, कतरास, करकेंद, पाथरडीह, बनियाहीर, फुसबंगला, भागा, जोड़ापोखर, भौंरा, चासनाला, जयरामपुर में जलापूर्ति ठप रही. स्थानीय लोगों ने बताया कि पूर्वाह्न 10 बजे के लगभग वे लोग स्नान करने नदी किनारे गये थे. तभी एकाएक काले रंग का पानी आ गया. वे लोग बिना स्नान किये घर लौट आये.

जांच के बाद पता चला कि नदी के पानी में केमिकल है. यह काले रंग का है. वह किसी वाशरी से आ रहा है. उससे पानी दूषित हो रहा है. इसकी जांच की जा रही है. जल्द ही क्षेत्रों में जलापूर्ति सुचारू हो जायेगी. आशुतोष राणा, जेइ, जमाडा जल संयंत्र
धनबाद शहर में शनिवार से दो दिनों तक जलापूर्ति प्रभावित रहेगी. इस संबंध में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने सूचना जारी की है. सूचना के अनुसार, शनिवार और रविवार को शहर के 19 जलमीनारों से आंशिक जलापूर्ति होगी. इस दौरान मैथन के गोगना स्थित बिजली सब स्टेशन में शटडाउन लेकर मेंटेनेंस का काम किया जायेगा. इस स्थिति में मैथन स्थित इंटकवेल का पंप बंद रहेगा. बता दें कि मैथन स्थित इंटकवेल से रॉ वाटर धनबाद के भेलाटांड़ स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पहुंचने में 10 से 12 घंटे का समय लगता है. इंटकवेल का पंप बंद रहने से भेलाटांड़ स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक समय पर रॉ वाटर नहीं पहुंच पायेगा. ऐसे में लोगों को शनिवार व रविवार को पेयजल संकट झेलना पड़ सकता है.








