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दूसरे चरण के SIR में नहीं है झारखंड का नाम, फिर भी इंडिया ब्लॉक के दल हैं तैयार

Jharkhand Desk: झारखंड राजद भी यह मानकर चल रहा है कि इस बार न सही अगली बार लेकिन निर्वाचन आयोग झारखंड में भी जरूर SIR कराएगा जबकि यह काम उसका नहीं है. पार्टी के प्रदेश सचिव रामकुमार यादव कहते हैं कि हमारी पार्टी पिछले चार महीने से बीएलए नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है, बिहार विधानसभा चुनाव के बाद यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
 
JHARKHAND NEWS

Jharkhand Desk: चुनाव आयोग ने दूसरे चरण के Special Intensive Revision (SIR) की सूची जारी की है, जिसमें झारखंड को शामिल नहीं किया गया है. इसका सीधा मतलब है कि राज्य में अब नगर निकाय चुनाव कराने में कोई तकनीकी बाधा नहीं है. सूत्रों के अनुसार, झारखंड समेत वे राज्य जहां हाल ही में या आगामी महीनों में निकाय या पंचायत चुनाव प्रस्तावित हैं, उन्हें अब तीसरे चरण के SIR में रखा जाएगा.

इधर, भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार 27 अक्टूबर को संवाददाता सम्मेलन कर बिहार में SIR के बाद दूसरे चरण में होनेवाले SIR वाले राज्यों की सूची जारी कर दी है.इस सूची में उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिम बंगाल तक के नाम शामिल है लेकिन झारखंड को दूसरे चरण में होनेवाले SIR से दूर रखा है बावजूद इसके झारखंड की सत्ताधारी पार्टियां अपनी तरफ से मुकम्मल व्यवस्था कर लेना चाहती है. झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने तो 03 नवंबर को रांची में अपने वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक बुलाई है एक बड़ी बैठक है जिसमें SIR पर भी विस्तृत चर्चा होगी.

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केशव महतो कमलेश ने कहा है कि हम SIR से डरते नहीं है लेकिन निर्वाचन आयोग की भूमिका निष्पक्ष नहीं है. इसलिए हमें पार्टी के प्रति निष्ठावान और समर्पित कार्यकर्ताओं को बीएलए बनाने पर जोर है. उन्होंने कहा कि बिहार में जिस तरह से SIR के नाम पर इंडिया ब्लॉक के समर्थकों के नाम काटे गए, अगर वैसा कभी भी झारखंड में हुआ तो उसका हम विरोध करेंगे.

उन्होंने कहा कि हम अपने प्रशिक्षित ब्लॉक लेवल एजेंट (BLA) को तैयार रखेंगे ताकि किसी भी आदिवासी, मूलवासी, एससी, ओबीसी का नाम वोटर लिस्ट से नहीं काटा जा सके.

दूसरे चरण में इन 12 राज्यों में होगा SIR

भारत निर्वाचन आयोग ने बिहार के बाद दूसरे चरण में जिन राज्यों में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision) कराने की सोमवार को घोषणा की है. उसमें 12 राज्यों-केंद्रशासित प्रदेशों के नाम शामिल हैं, जिसमें उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, राजस्थान, केरल, गुजरात, गोवा, पुदुचेरी, लक्ष्यदीप और अंडमान निकोबार शामिल हैं.

इन बार राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में आज से SIR -2.0 शुरू हो गया है. इन राज्यों में झारखंड का नाम भले ही शामिल न हो लेकिन राज्य के इंडिया ब्लॉक के नेता यह मानकर चल रहे हैं कि आज न सही, कल सही लेकिन निर्वाचन आयोग झारखंड में SIR जरूर कराएगा. ऐसे में भाजपा के हर षड्यंत्र से निपटने के लिए अभी से ही अपनी तैयारी दुरुस्त रखनी है. कांग्रेस को 18 और 19 नवंबर को 75 बीएलए मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित करने जा रही है.

'मजबूत और समर्पित बीएलए नियुक्त करने की तैयारी'

झारखंड राजद भी यह मानकर चल रहा है कि इस बार न सही अगली बार लेकिन निर्वाचन आयोग झारखंड में भी जरूर SIR कराएगा जबकि यह काम उसका नहीं है. पार्टी के प्रदेश सचिव रामकुमार यादव कहते हैं कि हमारी पार्टी पिछले चार महीने से बीएलए नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है, बिहार विधानसभा चुनाव के बाद यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.

कांग्रेस और राजद के अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा भी केंद्रीय समिति की विस्तारित बैठक के दौरान अपने सभी जिलाध्यक्षों को बीएलए नियुक्ति में गंभीरता से लग जाने का निर्देश दे चुका है.