झामुमो को आरक्षित सीटों पर साजिश की आशंका, चंपाई सोरेन की वापसी पर दिया संकेत
झारखंड विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने आशंका जताई है कि राज्य में आदिवासी और अनुसूचित जाति की आरक्षित विधानसभा सीटों को घटाने की साजिश रची जा सकती है। झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने इस मुद्दे पर सख्त चेतावनी दी है।
आरक्षित सीटों पर परिसीमन को लेकर झामुमो की चिंता
पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए भट्टाचार्य ने कहा कि 2025 में प्रस्तावित जनगणना और उसके बाद होने वाले परिसीमन के दौरान आरक्षित सीटों को कम करने की कोशिश की जा सकती है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा दलितों और आदिवासियों को पसंद नहीं करती और उनकी आरक्षित सीटों पर प्रहार करना चाहती है। उन्होंने संसद के शीतकालीन सत्र में भी इस मुद्दे पर चर्चा होने की आशंका जताई।
चंपाई सोरेन की वापसी पर झामुमो प्रवक्ता ने कहा कि यदि चंपाई सोरेन पार्टी में वापसी के लिए आवेदन करते हैं, तो इस पर विचार किया जाएगा। साथ ही, आजसू प्रमुख सुदेश महतो पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि रोजगार की बात करने वाले सुदेश खुद राजनीतिक रूप से बेरोजगार हो गए हैं।
सरायकेला में चंपाई सोरेन की जीत का जश्न
बताते चलें कि सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से चंपाई सोरेन की जीत पर भाजपा समर्थकों ने बड़े पैमाने पर उत्सव मनाया। कांड्रा और डुमरा जैसे क्षेत्रों में महिलाओं ने अबीर-गुलाल लगाकर एक-दूसरे को बधाई दी। इस अवसर पर लड्डू वितरण भी किया गया।
पीएम और असम के सीएम को शपथ ग्रहण का न्योता
झामुमो प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी चाहती है कि शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और असम के मुख्यमंत्री भी शामिल हों। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष अभी भी जनादेश को पचा नहीं पा रहा और जहर उगल रहा है।