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‘मिशन घाटशिला विजय’ पर JMM का फोकस, CM हेमंत सोरेन ने खुद संभाली कमान

 
hemant soren
Jharkhand Desk: घाटशिला विधानसभा उपचुनाव जीतने के लिए झामुमो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधायक कल्पना सोरेन को स्टार प्रचारक के तौर पर मैदान में उतारा है, जहां दोनों मिलकर सोमेश चंद्र सोरेन के पक्ष में रोड शो और जनसभाएं कर रहे हैं.

Jharkhand Desk: घाटशिला विधानसभा की अपनी सीट पर दोबारा कब्जा जमाने के लिए झामुमो ने अपने स्टार प्रचारक को उतार दिया है. पर्व-त्योहार खत्म होने के बाद अब खुद पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रचार की कमान संभाली है. सीएम ने इसकी शुरुआत सोमवार को मुसाबनी के कुईलीसुता मैदान में चुनावी सभा ने की. सीएम यहां 8 ननंबर तक लगातार प्रचार करेंगे और उनके साथ कई जगहों पर स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल गांडेय की विधायक कल्पना सोरेन मंच साझा करेंगी. पार्टी की ओर से न सिर्फ जनसभाओं का कार्यक्रम जारी किया गया है, बल्कि रोड शो भी शामिल हैं. कल्पना मंगलवार से क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी सोमेश चंद्र सोरेन के पक्ष में प्रचार करेंगी. घाटशिला में मतदान 11 नवंबर को होगा.

झामुमो के कद्दावर नेता और प्रदेश के मंत्री रामदास सोरेन के निधन से खाली इस सीट पर भाजपा ने पुराने चेहरे पर ही दांव खेला है. पार्टी ने यहां से पूर्व सीएम के बेटे बाबूलाल सोरेन को प्रत्याशी बनाया है, जबकि झामुमो ने रामदास के बेटे के चुनावी समर में उतार इमोशनल कार्ड खेला है. सोमेश अपने पिता के साथ कार्यक्रम में शरीक होते रहे हैं, ऐसे में जनता के बीच उन्हें नया चेहरा नहीं माना जा रहा है. बाबूलाल वर्ष 2024 के चुनाव में भी भाजपा के प्रत्याशी थे.

घाटशिला विधानसभा उपचुनाव में झामुमो ने अपनी पूरी ताकत झोंकझों दी है. सीएम के साथ कल्पना सोरने की सभा से पार्टी यहां निवर्तमान विधायक रामदास सोरेन की छवि और सहानुभूति लहर के सहारे चुनावी नैया को पार लगाने के प्रयास में जुटी है. पार्टी ने इसे ‘मिशन घाटशिला विजय’ नाम दिया है. झामुमो की रणनीति स्पष्ट है कि आदिवासी और पिछड़ा वर्ग के पारंपरिक वोट बैंक को मजबूत पकड़ में रखना. घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में करीब 46 फीसदी आदिवासी और 45 फीसदी ओबीसी मतदाता हैं, जो किसी भी उम्मीदवार की जीत का फैसला तय कर सकते हैं. इसी समीकरण को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री और कल्पना सोरेन अपने प्रचार अभियान में ग्रामीण इलाकों और आदिवासी बहुल पंचायतों पर विशेष जोर दे रहे हैं. मुसाबनी में सीएम धालभूमगढ़, दामपाड़ा और घाटशिला के विभिन्न हिस्सों में सभाएं करेंगे. दूसरी ओर कल्पना सोरेन गालूडीह के आंचलिक मैदान से प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगी. वे मऊभंडार से मुसाबनी तक रोड शो करेंगी. बीच-बीच में सिदो-कान्हो चौक, सुरदा क्रॉसिंग और मुसाबनी बस स्टैंड पर नुक्कड़ सभाएं भी होंगी हों.

झामुमो का फोकस आदिवासी अस्मिता
झामुमो नेताओं का फोकस इस बार सीधे तौर पर आदिवासी अस्मिता और महिलाओं के सम्मान पर है. ‘मईयां सम्मान योजना’ जैसी योजनाओं को हाइलाइट करते हुए वे मतदाताओं से झामुमो प्रत्याशी सोमेश सोरेन को जिताने की अपील कर रहे हैं. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि हेमंत और कल्पना सोरेन का संयुक्त प्रचार न केवल झामुमो के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करेगा, बल्कि कार्यकर्ताओं के मनोबल को भी ऊंचा उठाएगा. आने वाले दिनों में इनकी रैलियों से घाटशिला का चुनावी माहौल पूरी तरह गरमाने वाला है.