लुगु बुरु स्टेट फेस्टिवल 2025 संताल आदिवासियों की आस्था और भक्ति का अद्भुत प्रदर्शन, सीएम हेमंत सोरेन भी रहे उपस्थित
Jharkhand Desk: आदिवासियों का प्रकृति प्रेम किसी से छुपा हुआ नहीं है, इनके सारे पर्व त्योहार प्रकृति की आस्था के प्रतीक हैं. इनका हर त्योहार का प्रकृति के द्वारा प्रदत्त वनस्पति, पेड़-पौधे, झरने, पहाड़, पशु-पक्षी और जानवरों के साथ शुरू और अंत होता है. इनकी प्रकृति पूजा ऐसी की इसे देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे. प्रकृति में आस्था का ऐसा सैलाब उमड़ता शायद ही कहीं और देखने को आपको मिल जाए.

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बुधवार को बोकारो जिले के ललपनिया स्थित लुगू बुरू पहुंचे और संतालियों के विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल लुगूबुरू घांटाबाड़ी धोरोमगढ़ में आयोजित राजकीय महोत्सव में भाग लिया. मंगलवार सुबह से ही यहां आस्था और भक्ति का अनोखा संगम देखने को मिल रहा है. देश-विदेश से पहुंचे श्रद्धालुओं की भीड़ लुगूबाबा के दर्शन के लिए उमड़ पड़ी है. प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार अब तक दो लाख से अधिक श्रद्धालु पहाड़ की चढ़ाई कर बाबा के दर्शन कर चुके हैं.
पुनाय थान परिसर में सुबह से लंबी कतारें लगी रहीं, जहां श्रद्धालु पारंपरिक गीतों और नृत्यों के माध्यम से अपनी भक्ति व्यक्त कर रहे हैं. महोत्सव के दौरान टेंट सिटी परिसर में दिशोम गुरु शिबू सोरेन की स्मृति में विशेष प्रदर्शनी लगाई गई है, जिसमें उनके जीवन, संघर्ष और झारखंड आंदोलन के ऐतिहासिक क्षणों को दर्शाया गया है। युवा वर्ग इससे प्रेरणा ले रहा है.

इसके साथ ही दिशोम गुरु की स्मृति में निःशुल्क खिचड़ी सेवा भी जारी है, जिसका संचालन जिला प्रशासन बोकारो और सोना सोबरन मेमोरियल सोसाइटी द्वारा किया जा रहा है. श्रद्धालु लुगूबाबा के दर्शन के बाद प्रसादस्वरूप खिचड़ी ग्रहण कर रहे हैं.







