'संविधान में आदिवासी अधिकार बनाम जमीनी हकीकत' विषय पर चर्चा करते पवन खेड़ा ने बड़े आसानी से दिए सीधे जवाब
Jharkhand Desk: रांची में सेंट जेवियर्स कॉलेज में आयोजित 'संविधान में आदिवासी अधिकार बनाम जमीनी हकीकत' विषय पर चर्चा में हिस्सा लेने पहुंचे कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बिहार में महागठबंधन के दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर कोई अड़चन नहीं है और सभी सहयोगी दल मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.
खेड़ा ने कहा कि हर पार्टी को अपनी बात रखने का अधिकार है। भाजपा यह उम्मीद कर रही थी कि महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर मतभेद होंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। बिहार में महागठबंधन पूरी एकजुटता के साथ चुनाव लड़ेगा। उनका यह बयान झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के उस बयान के एक दिन बाद आया है, जिसमें पार्टी ने कहा था कि अगर 14 अक्टूबर तक बिहार चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर फैसला नहीं होता है, तो वह अपना स्वतंत्र निर्णय लेगी
गलत करने वाली सरकारों पर क्यों नहीं होती कार्रवाई?
परिचर्चा के दौरान लोगों की तरफ से झारखंड से पलायन, नियोजन नियुक्ति में हो रही देरी, ईवीएम में गड़बड़ी, जनजातीय समुदाय के हक और उसकी लगातार हो रही हकमारी पर सवाल किए गए. जिसमें एक ने सवाल पूछा कि अगर सरकार गलत है या वह कुछ गलत करती है तो उस पर कार्रवाई क्यों नहीं होती है? ऐसा ही एक सवाल कांग्रेस नेता पवन खेड़ा से पूछा गया कि आदिवासी की परिभाषा संविधान में क्या है? जिसका जवाब आया कि भौगोलिक पहचान और जल, जंगल और जमीन से जुड़े लोग ही आदिवासी हैं.
आज रांची के अग्रणी संस्थान संत जेवियर्स कॉलेज के ऑडिटोरियम में एक दिवसीय कांफ्रेंस 👇
— INCJharkhand (@INCJharkhand_) October 12, 2025
"Aadiwasi-Moolvasi Right in the Constitutions vs Ground Reality : Challeges for Jharkhand's Young Generation and Their Right to Vote.”
का सफल आयोजन किया गया
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से… pic.twitter.com/R2t1yygrHK
आदिवासी मूलवासियों को हक नहीं मिलता है. उन्हें नौकरी नहीं मिलती है. जहां- जहां हमारी सरकार है, वहां वहां इस मामले में हम संवेदनशील हैं लेकिन केंद्र सरकार की वजह से हमारी सरकारों को केंद्र सरकार के साथ संघर्ष करना पड़ता है: पवन खेड़ा, कांग्रेस नेता
समृद्ध समाज रहा है आदिवासी: कृषि मंत्री
झारखंड की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने इस परिचर्चा में कहा कि आदिवासी और मूलवासी समाज सबसे समृद्ध समाज रहा है और हमारे संविधान में इस समाज को काफी अधिकार मिले हुए हैं. जब आदिवासी समाज बचेगा तभी मूलवासी समाज भी बचेगा, क्योंकि हर समस्या का समाधान संवाद से संभव है. कार्यक्रम में कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की, झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बंधु तिर्की, संत जेवियर कॉलेज के प्रिंसिपल, पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव भी मौजूद रही. संवाद कार्यक्रम में कई शिक्षाविद, स्कूल-कॉलेज की छात्र-छात्राएं और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे. परिचर्चा के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया चेयरमैन पवन खेड़ा ने कई सवालों के जवाब दिए.







