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झारखंड वालों अब आप रजाई-गद्दा निकाल लो...क्योंकि बार ठंड बेजोड़ पड़ने वाली है, अभी ही लातेहार का तापमान पहुंचा 15 डिग्री

Jharkhand Desk: रांची मौसम केंद्र के मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने आधिकारिक तौर पर बताया कि अब मॉनसून पूरी तरह लौट चुका है. अब किसी तरह का कोई भी सिनॉप्टिक फीचर नहीं देखा जा रहा है. जहां आने वाले दिनों में खासतौर पर दिवाली और छठ में मौसम काफी साफ रहेगा और लोग सारे त्यौहार को अच्छे मौसम में मना पाएंगे.
 
JHARKHAND WEATHER UPDATE

Jharkhand Desk: झारखंड की राजधानी रांची में पिछले 24 घंटे में अच्छी खासी कड़ी धूप और एकदम खिला आसमान देखा गया. इस बार लगता है कि ठंड बेजोड़ पड़ने वाली है, जिस वजह से लोग सुबह के 5:00 बजे शॉल ओढ़कर मॉर्निंग वॉक करते दिखे. वहीं, शाम के 6:00 के बाद हल्की ठंड का एहसास भी होने लगा. यही हाल लगभग राज्य के सभी जिलों में देखा गया. इसके लिए रांची मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है.

झारखंड से पूरी तरह लौटा मानसून
रांची मौसम केंद्र के मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने आधिकारिक तौर पर बताया कि अब मॉनसून पूरी तरह लौट चुका है. अब किसी तरह का कोई भी सिनॉप्टिक फीचर नहीं देखा जा रहा है. जहां आने वाले दिनों में खासतौर पर दिवाली और छठ में मौसम काफी साफ रहेगा और लोग सारे त्यौहार को अच्छे मौसम में मना पाएंगे.

प्रमुख शहरों का तापमान और AQI बुधवार का है

STATISTICS

झारखंड के लातेहार में तो हालत ऐसा है कि न्यूनतम तापमान 15 डिग्री तक पहुंच गया है, जिससे शाम में लोग शॉल और रात में थोड़ा मोटा कंबल ओढ़ने पर मजबूर हो रहे हैं. वहीं, रांची में भी अब रात में बिना कंबल के सोना मुश्किल हो गया है. यहां का न्यूनतम तापमान अचानक से 5 डिग्री तक की गिर गया है. अब न्यूनतम तापमान लगभग हर जिले का 16 से 19 डिग्री के करीब पहुंच चुका है.

आज कोई अलर्ट नहीं
आज अगर रांची मौसम के बारे में बात की जाए तो आज किसी तरह का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है. मौसम एकदम शुष्क रहेगा. दोपहर में अच्छा खासा खड़ा धूप, लेकिन 3:00 बजने के बाद ठंडी हवाएं और गुलाबी ठंड अपना असर दिखाएगी. हालांकि आसमान एकदम साफ रहेगा.

रांची के ध्रुवा डैम से सनसेट का नजारा बड़ा खूबसूरत नजर आता है. जहां बारिश के बाद आखिरकार एकदम खूबसूरत सनसेट का दर्शन करने के लिए लोगों की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली. रांची का टूरिस्ट प्लेस में भी चहल-पहल काफी बढ़ गई है. यही हाल पूर्वी सिंहभूम और नेतरहाट जैसे जिलें में भी देखा जा रहा है.