लोक आस्था के महापर्व छठ की जोरोशोरों से तैयारी, छठ घाटों की साफ़-सफाई में जुटा निगम
Jharkhand Desk: राजधानी रांची में लोक आस्था का महापर्व छठ की तैयारी युद्धस्तर पर शुरू कर दी गई है. रांची जिला प्रशासन की तरफ से लगभग 60 से ज्यादा छठ घाटों में छठ व्रतियों के लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं. राजधानी रांची के लगभग 60 छठ घाटों पर व्रती और श्रद्धालु अर्घ्य देने के लिए पहुंचेंगे. इसे लेकर रांची नगर निगम के द्वारा सभी छठ घाटों की सूची तैयार कर साफ-सफाई का काम शुरू कर दिया गया है. सभी छठ घाटों को अलग-अलग जोन में बांट कर सफाई का काम किया जा रहा है. नगर निगम की तरफ से 25 अक्टूबर तक सभी छठ घाटों की सफाई को पूरा करने का निर्देश जारी किया गया है.
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रांची के नगर आयुक्त सुशांत गौरव खुद लगातार छठ घाटों का निरीक्षण कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि छठ घाटों के निरीक्षण का काम तेजी से किया जा रहा है. निरीक्षण के बाद जो घाट खतरनाक हैं वहां रेड रिबन लगाकर श्रद्धालुओं को रेड रिबन से आगे जाने की मनाही रहेगी. छठ घाटों की सफाई के लिए अलग-अलग समय पर मशीनों का प्रयोग भी किया जा रहा है. चिकित्सकों की टीम के द्वारा भी जल स्रोतों का निरीक्षण करवाया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े. नगर आयुक्त सुशांत गौरव ने कहा कि जलाशयों का संरक्षण किसी एक संस्था का कार्य नहीं है, बल्कि इसमें सभी नागरिकों की सहभागिता आवश्यक है. उन्होंने शहरवासियों से अपील की कि जलाशयों में गंदगी या अपशिष्ट प्रवाहित और अतिक्रमण न करें. जन भागीदारी से ही इन जलस्रोतों को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सकता है.

लाइट और सड़क की व्यवस्था
छठ महापर्व के दौरान साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है. ऐसे में रांची नगर निगम की टीम के द्वारा साफ-सफाई के साथ-साथ लाइट की व्यवस्था और घाटों तक पहुंचने वाले रास्तों को भी दुरुस्त किया जा रहा है. सभी छठ घाटों पर चेंजिंग रूम बनाने के निर्देश भी जारी किए गए हैं. छठ पूजा समिति के द्वारा ही कई जगहों पर लाइट और दूसरे तरह की व्यवस्था की जाती है. रांची नगर निगम की टीम छठ पूजा समितियों के साथ समन्वय स्थापित कर काम कर रही है.
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इन स्थानों पर अर्घ्य देने पहुंचते हैं श्रद्धालु
राजधानी रांची में मुख्य रूप से हटानिया तालाब, कांके डैम, धुर्वा डैम, बड़ा तालाब, चडरी तालाब, मोरहाबादी स्थित दिव्यान तालाब, तेतर टोली तालाब , भरम टोली तालाब, विद्यानगर तालाब बेहद महत्वपूर्ण है. इसके अलावा 60 से अधिक छठ घाट हैं जहां श्रद्धालु अर्घ्य देने के लिए पहुंचते हैं. सभी घाटों में लाइट के साथ-साथ साफ सफाई और दूसरी तरह की व्यवस्थाएं की जा रही हैं.
एनडीआरएफ टीम की रहेगी तैनाती
छठ महापर्व में सांध्य के समय पहला अर्घ्य दिया जाता है. पहले दिन से ही हर खतरनाक घाटों में एनडीआरएफ की टीम को तैनात कर दिया जाएगा. छोटे-छोटे तालाबों में स्थानीय गोताखोरों की ड्यूटी लगाई जाएगी. इस वर्ष रांची नगर निगम द्वारा 63 स्थलों पर कृत्रिम तालाबों का भी निर्माण कराया जा रहा है.

नगर आयुक्त ने जारी किए कई निर्देश
नगर आयुक्त ने बताया कि सभी एमपीएस, जोनल सुपरवाइजर, नगर प्रबंधक और नगर अभियान प्रबंधक को निर्देश दिया गया है कि छठ घाटों के पास फैली गंदगी को हर हाल में साफ कर दिया जाए. इसके अलावा घास की कटिंग कराई जाए, तालाबों में खतरनाक स्थलों की पहचान भी कर ली जाए, ताकि सुरक्षा के इंतजाम किए जा सकें. इसके अलावा तालाब के चारों तरफ ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया जाए, तालाब तक जाने वाले सभी रास्तों की साफ-सफाई की जा रही है. कंकड़-पत्थर भी चुनने का निर्देश दिया गया है, ताकि छठ व्रतियों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हो. निगम की ओर से पहले ही निर्देश दिया गया है कि अगर छठ घाट जाने में रास्तों में कोई कंस्ट्रक्शन मटेरियल गिरता है तो उससे जुर्माना वसूला जाएगा.
14 घाटों पर लगायी गई हाईमास्ट लाइट
नगर निगम के प्रशासक सुशांत गौरव के निर्देश पर छठ महापर्व की तैयारी तेजी से की जा रही है. इस वर्ष रांची नगर निगम की पहल पर ऊर्जा विकास एजेंसी जरेडा के द्वारा शहर में 25 से अधिक जगह पर हाई मास्ट लाइट लगाया गया है, ताकि वहां पर छठ के समय श्रद्धालुओं को बेहतर लाइट की सुविधा मिल सके. 14 तालाबों के घाटों पर 28 हाईमास्ट लाइट लगाकर रोशनी की व्यवस्था की जा रही है. नगर निगम से मिली जानकारी के अनुसार बड़ा तालाब में पांच, जेल तालाब में तीन, पीएचडी तालाब में दो, कडरू तालाब में तीन, करमटोली तालाब में तीन हाईमास्क लाइट लगाए गए हैं.
पुलिस की तैयारी और ट्रैफिक प्लान
राजधानी रांची में छठ महापर्व को लेकर ट्रैफिक व्यवस्था भी चुस्त-दुरुस्त की जा रही है. 27 और 28 अक्तूबर को शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव किया जा रहा है. 27 अक्तूबर को सुबह आठ से रात 11:00 बजे तक और 28 अक्तूबर को भोर के 2:00 बजे से रात 10:00 बजे तक शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगायी जाएगी. इस संबंध में यातायात पुलिस की ओर से आदेश जारी किए जाएंगे.
रांची के सीनियर एसपी राकेश रंजन ने बताया कि राजधानी रांची में दो तरह का क्षेत्र है. एक शहरी क्षेत्र जो सिटी एरिया का है और दूसरा ग्रामीण क्षेत्र है. ग्रामीण क्षेत्र में भी बहुत सारे घाट हैं और शहर में भी करीब 60 छठ घाट हैं. घाटों की संख्या काफी ज्यादा है और श्रद्धालुओं की संख्या भी काफी ज्यादा है. ऐसे में पुलिस को सबसे ज्यादा क्राउड मैनेजमेंट पर ध्यान रखना है, ताकि छठव्रती समय से अपने घाटों तक पहुंच सकें. इसके लिए ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है.
नदियों, तालाबों और डैम के आसपास ड्रॉप गेट बनाए जा रहे हैं, ताकि वाहन छठ घाटों से ज्यादा नजदीक ना जा सकें. वैसे छठ घाट जहां पर पानी काफी गहरा है वहां रेड रिबन लगाया जा रहा है, ताकि लोग उसके आगे ना जाएं. रांची पुलिस ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि बच्चों को एक निश्चित सीमा के बाद पानी में आगे न जाने दें और खुद भी आगे ना जाएं. सभी छठ घाटों पर एनडीआरएफ और स्थानीय गोताखोरों की तैनाती की जाएगी. रांची के धुर्वा, कांके डैम, बड़ा तालाब में एनडीआरएफ के द्वारा गोताखोरों की तैनाती की जाएगी. गहरे और बड़े छठ घाटों पर नाव और छोटे बोट की भी व्यवस्था की जा रही है, जो गहरे पानी में मूवमेंट करेगी.







