रांची में रिम्स की जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तेज, शनिवार को चार मंजिला अवैध इमारत पर चलेगा बुलडोजर
Ranchi: राजधानी में रिम्स (राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान) की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने का अभियान शुक्रवार को भी जारी रहा। डीआईजी ग्राउंड के आसपास फैले अवैध कब्जों पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए बुलडोजर चलाया। इस दौरान छोटी-बड़ी अस्थायी दुकानों और ढांचों को जेसीबी व पोकलेन मशीन से ध्वस्त किया गया, वहीं रिम्स की जमीन की पहचान के लिए बाउंड्री निर्माण की मार्किंग भी की गई।
अधिकारियों के अनुसार, रिम्स परिसर में बनी सबसे बड़ी अवैध संरचना—तालाब के पास स्थित चार मंजिला अपार्टमेंट—को शनिवार को गिराया जाएगा। यह इमारत शुक्रवार को ही तोड़ी जानी थी, लेकिन भारी मशीनों की अनुपलब्धता के कारण कार्रवाई टाल दी गई। बताया गया कि आवश्यक मशीनें शनिवार तक पहुंच जाएंगी, जिसके बाद इस भवन को पूरी तरह ध्वस्त किया जाएगा। इससे पहले बुधवार को अपार्टमेंट की बाउंड्री तोड़ दी गई थी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक इस बड़े अपार्टमेंट को नहीं हटाया जाता, तब तक छोटे कब्जाधारी अपने निर्माण नहीं हटाने को तैयार नहीं थे। प्रशासन की ओर से अब स्पष्ट कर दिया गया है कि अवैध निर्माण चाहे जितना बड़ा हो, कार्रवाई से नहीं बचेगा।
शुक्रवार को डीआईजी ग्राउंड के पास बने करीब दो दर्जन अवैध अस्थायी दुकानों को पोकलेन से हटाया गया। अभियान के दौरान दो पोकलेन मशीनें लगाई गई थीं, जबकि शनिवार को और मशीनें लगाए जाने की संभावना है ताकि बड़ी इमारत को तोड़ने का काम तेजी से किया जा सके।
हालांकि प्रशासन ने यह भी साफ किया है कि डीआईजी ग्राउंड के पास स्थित बुद्धा पार्क और अन्य धार्मिक स्थलों को नहीं तोड़ा जाएगा। वहीं, रामेश्वर उरांव के घर के पास अवैध रूप से घेराबंदी कर की जा रही खेती को हटाया गया और तार से किए गए कब्जे को तोड़ दिया गया। उनके घर के बाहर बाउंड्री निर्माण के लिए मार्किंग की गई है, लेकिन ग्राउंड के किनारे बनी सड़क को नहीं छेड़ा जा रहा है।
अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। बड़ी संख्या में पुलिस बल, तीन मजिस्ट्रेट, अंचल अधिकारी, थाना प्रभारी और नगर निगम की टीम मौके पर मौजूद रही। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को चार मंजिला अपार्टमेंट गिराने के दौरान और अधिक सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे, क्योंकि इस क्षेत्र में लंबे समय से लोग रह रहे हैं।
प्रशासन का कहना है कि रिम्स की जमीन को पूरी तरह कब्जा मुक्त कर अस्पताल के विस्तार और भविष्य की जरूरतों के लिए सुरक्षित किया जाएगा। अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक सभी अवैध कब्जे नहीं हट जाते।







