साल 2022 में शुरू हुआ था PM की महत्वपूर्ण सड़क का निर्माण कार्य, 1 साल में पूरा होना था, अबतक ना सड़के बनी...गार्डवाल भी जैसे तैसे बनाया गया
Giridih: उग्रवाद प्रभावित इलाके में विकास के कई कार्य हुए हैं. सड़कों का जाल भी बिछाया गया है. कई सड़क के निर्माण में सीधे तौर पर अनियमितता बरती गई. चिरकी-पलमा मुख्य पथ से पांडेयडीह सड़क निर्माण में भी गड़बड़ी का मामला सामने आया है. तीन साल में भी इस सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं किया गया.
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प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत वर्ष 2022 में सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया गया. लगभग 4.27 किमी लंबी इस सड़क को 2.6 करोड़ में बनाने का काम नवंबर 2022 में शुरू किया गया. कार्य को एक साल के अंदर पूर्ण करना था, इसके पांच साल तक सड़क का देखभाल का जिम्मा भी धनबाद की एजेंसी को दिया गया. लेकिन तीन वर्ष बाद भी सड़क पूरी तरह से बनी नहीं है. कई जगह सड़क अधूरा है तो गार्डवाल भी जैसे तैसे बनाया गया जो अभी भी अधूरा है.
गार्डवाल में लगाया गया पत्थर भी लोकल प्रतीत हो रहा है. अधिकांश गार्डवाल को जैसे तैसे न सिर्फ जोड़ा गया बल्कि उसका प्लास्टर भी नहीं किया गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क के निर्माण के वक्त विभागीय अधिकारियों ने विशेष ध्यान नहीं दिया, यही कारण है कि निर्माण में गड़बड़ी की गई. चिरकी-पलमा पथ से पांडेयडीह तक बनी ( अपूर्ण ) सड़क कई मायने ने महत्वपूर्ण है. दरअसल यह सड़क उन इलाके से गुजरी है, जहां नक्सलियों की समानांतर व्यवस्था कभी कायम थी. यह सड़क उन गावों से गुजरी है, जहां हार्डकोर नक्सलियों का घर था. यह सड़क इनामी नक्सली के गांव तक गई है. ऐसे में इस सड़क के निर्माण को प्रशासन ने अपनी प्रमूखता में रखा था.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस विषय पर ग्रामीण कार्य विभाग के कनीय अभियंता ( पीरटांड प्रखंड ) मेघलाल कुमार ने बताया कि सड़क का निर्माण कार्य 2023 में ही पूर्ण होना था. कुछ काम बचा है उसे पूर्ण करने का दबाव संवेदक पर बनाया जा रहा है. वहीं जहां भी गड़बड़ी है उसे दुरूस्त किया जाएगा.







