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देश के कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है...Chief Justice पर अधिवक्ता द्वारा जूता उछाले जाने की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है: पूर्व सांसद फुरकान अंसारी का फूटा गुस्सा

Jharkhand Desk: “यह शर्मनाक घटना उस समय हुई जब माननीय चीफ जस्टिस ने कहा था कि ‘देश बुलडोज़र से नहीं, कानून से चलेगा.’ यह केवल एक न्यायाधीश का अपमान नहीं, बल्कि पूरी न्यायपालिका और संवैधानिक व्यवस्था का अपमान है. देश के हर नागरिक को इसका विरोध करना चाहिए ताकि लोकतंत्र की नींव कमजोर न हो.”
 
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Jharkhand Desk: भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई पर सुप्रीम कोर्ट परिसर में एक अधिवक्ता द्वारा जूता फेंके जाने की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है. इस घिनौनी और असंयमित हरकत पर पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने गहरी पीड़ा और तीव्र असहमति व्यक्त की है.

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पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीआर गवई पर सुप्रीम कोर्ट परिसर में एक अधिवक्ता द्वारा जूता उछाले जाने की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है. कहा कि यह घटना न केवल मुख्य न्यायाधीश और उनके साथी न्यायाधीशों का अपमान है, बल्कि भारत की न्यायपालिका की गरिमा और संविधान के सम्मान पर भी हमला है. कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस पूरे प्रकरण का स्वतः संज्ञान में लेकर अधिवक्ता पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. प्रधानमंत्री की चुप्पी देश के लिए हैरान करने वाली और चिंताजनक है. कहा कि भाजपा के शासनकाल में इस तरह की शर्मनाक घटनाएं अब आम होती जा रही है, जो लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत है.

Furkan Ansari (@F_Ansari_Godda) / X

पूर्व सांसद ने आगे कहा, “यह शर्मनाक घटना उस समय हुई जब माननीय चीफ जस्टिस ने कहा था कि ‘देश बुलडोज़र से नहीं, कानून से चलेगा.’ यह केवल एक न्यायाधीश का अपमान नहीं, बल्कि पूरी न्यायपालिका और संवैधानिक व्यवस्था का अपमान है. देश के हर नागरिक को इसका विरोध करना चाहिए ताकि लोकतंत्र की नींव कमजोर न हो.”

फुरकान अंसारी ने यह भी कहा कि भाजपा के शासन में संवैधानिक संस्थाओं के अपमान की घटनाएँ अब आम होती जा रही हैं, जो लोकतंत्र के लिए खतरे का संकेत हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी को भी कानून और व्यवस्था से ऊपर समझने की अनुमति नहीं दी जा सकती. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करके एक मजबूत उदाहरण पेश किया जाना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति न्यायपालिका की गरिमा को ठेस पहुँचाने की हिम्मत न करे.