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क्या है 'ऑपरेशन लंगड़ा'? जिसके डर से अपराधियों की सांस अटकी है...

Jharkhand Desk: पिछले एक सप्ताह के दौरान रांची पुलिस ने चार अपराधियों का एनकाउंटर कर उन्हें फिलहाल अपाहिज बना दिया है. मंगलवार को धनबाद पुलिस में भी एक कुख्यात अपराधी को पर में गोली मारकर उसे जख्मी कर दिया है. झारखंड पुलिस की कार्रवाई को लोग उत्तर प्रदेश पुलिस की ऑपरेशन लंगड़ा से जोड़कर देख रहे हैं.
 
JHARKHAND POLICE

Jharkhand Desk: झारखंड में इन दिनों अपराध की संख्या काफी बढ़ गई है. जिसको लेकर झारखंड पुलिस ने अब कमर कस ली है. झारखंड की सरकार से लेकर प्रशासन तक अब अपने राज्य को क्राइम फ्री बनाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही है. जिसका रिजल्ट भी हर रोज देखने को मिल रहा है. तकरीबन हर रोज पुलिस अपराधियों को पकड़ रही है. इस खबर में हम आपको झारखंड पुलिस की तीव्र कार्रवाई के बारे में बताएंगे...

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झारखंड पुलिस ने साल 2025 में 32 नक्सलियों को एनकाउंटर में मार गिराया जबकि अमन साहू और उत्तम यादव जैसे दुर्दांत अपराधी भी एनकाउंटर में मारे गए. ऐसे में झारखंड पुलिस को अब एनकाउंटर स्पेशलिस्ट की संज्ञा दी जाने लगी है. खासकर हाल के दिनों में जिस तरह से संगठित आपराधिक गिरोहों के खिलाफ पुलिस के हथियार आग उगल रहे हैं. इसकी वजह से झारखंड में ऐसे एनकाउंटर को 'ऑपरेशन लंगड़ा' की संज्ञा दी जाने लगी है.

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क्यों कहा जा रहा ऑपरेशन लंगड़ा

पिछले एक सप्ताह के दौरान रांची पुलिस ने चार अपराधियों का एनकाउंटर कर उन्हें फिलहाल अपाहिज बना दिया है. मंगलवार को धनबाद पुलिस में भी एक कुख्यात अपराधी को पर में गोली मारकर उसे जख्मी कर दिया है. झारखंड पुलिस की कार्रवाई को लोग उत्तर प्रदेश पुलिस की ऑपरेशन लंगड़ा से जोड़कर देख रहे हैं.

उत्तर प्रदेश में एक साल में 40 से अधिक अपराधियों के पैर में गोली मारी गई. जिसकी वजह से वहां के अपराधियों में ऑपरेशन लंगड़ा को लेकर बेहद खौफ है. अब झारखंड में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है. राजधानी रांची में एक सप्ताह के दौरान पुलिस के द्वारा तीन एनकाउंटर किए गए हैं. जिसमें चार अपराधियों के पैर में गोली लगी और वह अस्पताल में इलाजरत हैं.

Gangster Aman Sahu Encounter Killed in Palamu one ATS jawan injured terror  end

रांची में कब-कब हुआ एनकाउंटर

संगठित गिरोह के अपराधियों के खिलाफ रांची पुलिस के तेवर बड़े कड़े हो गए हैं. अब पुलिस पर फायरिंग करने वाले अपराधियों को बख्सा नहीं जा रहा है. जवाबी कार्रवाई भी की जा रही है और अपराधियों के पैरों पर गोलियां भी चलाई जा रही है. अपराधियों को एनकाउंटर में पैर में गोली मारने की शुरुआत इसी महीने के 10 अक्टूबर से हुई.

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10 अक्टूबर 2025- रांची के रातू थाना क्षेत्र में राहुल दुबे गिरोह के एक दर्जन अपराधियों के हथियारों के साथ भ्रमणशील होने की सूचना मिली. इस दौरान एक मोड़ पर पुलिस और अपराधी आमने-सामने हो गए अपराधियों ने पुलिस के वाहनों पर फायरिंग की जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो अपराधियों के पैर में गोली मारी और उन्हें घायल कर दबोच लिया. मौके से पुलिस ने दो अन्य अपराधियों को खदेड़ कर दबोचा. गिरफ्तार अपराधियों के पास से भारी मात्रा में असलहे भी बरामद किए गए जिनमें आठ बेहतरीन किस्म के पिस्टल भी शामिल थे.

13 अक्टूबर- रांची पुलिस में सुबह से लेकर शाम तक अपराधियों के साथ एनकाउंटर किया जिसमें दो अपराधियों को पर में गोली मारी गई.

13 अक्टूबर- पहला मुठभेड़ कुख्यात अपराधी सुजीत सिन्हा के गिरोह के साथ हुआ. रांची के तुपुदाना में हुए एनकाउंटर में कुख्यात अपराधी आफताब एनकाउंटर में घायल हुआ. आफताब के पैर में गोली लगी फिलहाल वह अस्पताल में इलाजरत है. वहीं सोनू नाम के अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार किया और मौके से हथियार भी जब्त किए गए.

13 अक्टूबर- आलोक गिरोह के साथ रांची पुलिस का मैक्लुस्कीगंज में एनकाउंटर हो गया. इस एनकाउंटर में कुख्यात अपराधी प्रभात कुमार राम को गोली लगी. प्रभात कुमार राम को भी पैर में ही गोली लगी है.

धनबाद पुलिस ने भी कुख्यात को किया लंगड़ा

इधर राजधानी रांची की पुलिस अपराधियों पर कहर बनकर टूटी रही थी तब तक 14 अक्टूबर यानी आज ही धनबाद पुलिस का भी कुख्यात अपराधी भानु मांझी से मुठभेड़ हुई. धनबाद के तेतुलमारी थाना के अंतर्गत तेतुलमारी राजगंज मार्ग के तिलाटांड पहाडी़ रिर्जावायर के समीप मंगलवार को अहले सुबह तेतुलमारी पुलिस की गश्ती पर अपराधियो ने फायरिंग की. गोली पुलिस जीप के बोनेट मे लगी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अपराधी भानु मांझी को गोली लगने से घायल हो गया, इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने घटना स्थल से हथियार, चप्पल, एक खोखा बरामद किया है.

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इसी साल अमन साहू और उत्तम यादव का हो चुका है एनकाउंटर

साल 2025 में झारखंड पुलिस के द्वारा दो कुख्यात अपराधियों को एनकाउंटर में मार भी गिराया गया है. कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू रायपुर जेल से रांची लाने के समय उस समय मारा गया जब एटीएस की टीम पर अमन साहू के गुर्गों ने हमला किया. वहीं पिछले महीने ही कुख्यात अपराधी उत्तम यादव को हजारीबाग पुलिस ने चतरा में एनकाउंटर में मार गिराया था.

11 मार्च 2025- पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के अंधारीढोड़ा में अमन साहू का एनकाउंटर एटीएस के द्वारा किया गया. अमन साहू को छत्तीसगढ़ के रायपुर से झारखंड के रांची के होटवार जेल में एटीएस की टीम शिफ्ट कर रही थी. शिफ्ट करने के दौरान पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के अंधारीढोड़ा में एटीएस के टीम पर हमला हुआ था. इस हमले में अमन साहू ने एटीएस के एक जवान का ऑटोमेटिक इंसास रायफल छीन लिया था. हथियार छीनने के बाद एटीएस के जवानों पर फायरिंग की गई थी. एटीएस के जवाबी कार्रवाई में अमन साहू मौके पर मारा गया था.इस घटना में एटीएस का एक जवान भी जख्मी हुआ था.

20 सितंबर 2025- चतरा जिला में सिमरिया थाना क्षेत्र के जबड़ा इलाके में पुलिस ने कुख्यात अपराधी उत्तम यादव को मुठभेड़ में मार गिराया. बिहार सरकार ने उत्तम यादव पर 50 हजार रुपये का इनाम रखा था. वह हजारीबाग में एक सोना व्यापारी की दुकान पर सरेआम फायरिंग की जिम्मेदारी लेने के साथ-साथ टाइगर ग्रुप नामक अपराधिक गिरोह का संचालक था.

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'हम कार्रवाई कर रहे हैं'

हालांकि झारखंड पुलिस के द्वारा किए जा रहे लगातार एनकाउंटर को लेकर पुलिस मुख्यालय का अलग ही रुख है. झारखंड पुलिस के आईजी अभियान से पुलिस सह प्रवक्ता डॉक्टर माइकल एस राज ने बताया कि नक्सलियों की धमक कम होने के बाद झारखंड पुलिस का जोर अर्बन इलाकों में लॉ एंड आर्डर को बेहतर बनाने का चल रहा है.

इसी के क्रम में संगठित आपराधिक गिरोहों को टारगेट किया जा रहा है. अपराधियों के बारे में सटीक इंटेलिजेंस मिल रहा है जिसके बाद कार्रवाई की जा रही है ऐसे में अगर कोई पुलिस पर फायरिंग करेगा तो पुलिस को भी कार्रवाई करनी पड़ेगी. दूसरी तरफ झारखंड में चल रहे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई को लोग ऑपरेशन लंगड़ा की संज्ञा दे रहे हैं. आम लोग ऐसे एनकाउंटर से काफी खुश नजर आ रहे हैं वहीं अपराधियों में दहशत का माहौल है.