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नीतीश कुमार या चंद्रबाबू नायडू साथ छोड़ दें तो भी आसानी से बनेगी मोदी सरकार, समझिये समीकरण

 

लोकसभा चुनाव के नतीजे साफ हो चुके हैं। अब सवाल सरकार बनाने का है। BJP अपने बूते बहुमत हासिल नहीं कर पाई, लेकिन उसकी NDA ने 292 सीटें जीत ली हैं। यानी बहुमत से 20 ज्यादा।

दूसरी तरफ 234 सीटों वाला इंडिया एलायंस भी सरकार बनाने की जुगत में है, लेकिन पलड़ा NDA का भारी है। मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने से कुछ ही दिनों की दूरी पर हैं। मगर कैसे आइए 7 सिनेरियो से समझते हैं...

NDA के पास 292 सीटें हैं, इनमें TDP की हिस्सेदारी 16 है। अगर TDP, इंडी एलयांस के साथ जाती है, तो NDA के पास 276 सीटें बचेंगी। यानी बहुमत से 4 सीटें ज्यादा। इस स्थिति में NDA की सरकार बन जाएगी।

NDA के पास 292 सीटे हैं, जिसमें जदयू के पास 12 सीटें हैं। अगर जदयू, इंडी के साथ जाती है, तो NDA के पास 280 सीटें रहेंगी। यानी बहुमत से 8 सीटें ज्यादा। NDA की सरकार बन जाएगी।

TDP की 16 और जदयू की 12 सीटें मिलकर 28 के आंकड़े पर पहुंचती हैं। अगर NDA की कुल 292 सीटों में से TDP और जदयू की सीटें माइनस कर दें तो आंकड़ा 264 पहुंचेगा। यानी बहुमत से 8 सीटें कम। ऐसे में NDA सरकार बहुमत से पीछे रह जाएगी।

क्या इंडी एलायंस की सरकार बन सकती है... आइए समझते हैं

जदयू के पास 12 सीटें हैं। अगर वह इंडी एलायंस के साथ आती है, तो इनका आंकड़ा 246 पहुंच जाएगा। इसके बाद भी वह बहुमत के आंकड़े से 28 सीटें पीछे रह जाएगी।

TDP को 16 सीटों पर जीत मिली है। अगर वह इंडिया एलायंस के साथ आती है, तो इनका आंकड़ा 250 पहुंच जाएगा। इसके बाद भी इंडिया बहुमत के आंकड़े से 22 सीटें पीछे रह जाएगी।

TDP और जदयू को मिलाकर 28 सीटें हैं। ये दोनों इंडी एलायंस के साथ जुड़ती हैं, तो आंकड़ा 262 पहुंचेगा। इसके बाद भी इंडी एलायंस 10 सीटों से बहुमत से पीछे रह जाएगा।

TDP की 16, जदयू की 12 और लोजपा (राम विलास) की 5 सीटों को इंडिया एलायंस की सीटों में शामिल करें, तो इनका आंकड़ा पहुंचता है 267, यानी बहुमत से 5 सीटें कम। यानी इन तीनों पार्टियों के साथ आने के बाद भी इंडी एलायंस बहुमत से पीछ रह जाएगी।

इलेक्शन के नंबर गेम से साफ है कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। संवैधानिक रूप से भी मोदी का पलड़ा भारी है।

दरअसल, भारत के राष्ट्रपति परंपरा के मुताबिक सबसे बड़े एलायंस या सबसे बड़े दल को सरकार बनाने के लिए इनवाइट करते हैं। इस चुनाव में 292 सीटों के साथ NDA सबसे बड़ा गठबंधन है और 240 सीटों के साथ BJP सबसे बड़ा दल।

अगर NDA के कुछ साथी साथ छोड़ देते हैं और इंडी एलायंस बहुमत का दावा करता है, तो भी राष्ट्रपति अपनी संवैधानिक शक्तियों का प्रयोग करते हुए BJP को बड़ा दल होने के नाते सरकार बनाने के लिए इनवाइट कर सकते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक एक बार सरकार बनाने के बाद मोदी को बहुमत जुटाने में खास दिक्कत नहीं होगी। यानी, इस बार भी मोदी के PM बनने की प्रबल संभावना है।

 INDIA गठबंधन के पास 234 सीटें हैं। अगर नीतीश कुमार की जेडीयू और चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी NDA का साथ छोड़कर INDIA गठबंधन में शामिल हो जाते हैं। तो संख्या 262 पहुंच जाएगी। इसके अलावा निर्दलीय और अन्य छोटी पार्टियां मिलाकर 18 सांसद हैं। अगर उनमें से 10 भी INDIA गठबंधन के साथ आ जाते हैं तो वो बहुमत का आंकड़ा हासिल कर लेगी और सरकार बना सकती है। हालांकि इसकी संभावना रेयरेस्ट है।