GST सुधार: क्या सच में घटेगी महंगाई या कंपनियाँ करेंगे महज़ दिखावा?
New Delhi: केंद्र सरकार ने वस्तु एवं सेवा कर (GST) की दरों में अहम बदलाव किया है। अब लग्ज़री कारें और हाई-एंड वाहन पहले से कहीं ज़्यादा महंगे हो जाएंगे, जबकि आम उपभोक्ता वस्तुओं और मिड-सेगमेंट वाहनों पर टैक्स का बोझ घटेगा।
लग्ज़री कार और बाइक पर भारी टैक्स
सरकार ने साफ कर दिया है कि:
• 1,200 सीसी से बड़ी पेट्रोल कारें और 1,500 सीसी से बड़ी डीज़ल कारें,
• 4,000 मिमी से लंबी गाड़ियाँ,
• 350 सीसी से बड़ी मोटरसाइकिलें,
• याच (Yacht), रेसिंग कार और निजी इस्तेमाल के लिए एयरक्राफ्ट,
इन सभी पर अब 40% का टैक्स लगेगा।
इलेक्ट्रॉनिक्स और मिड-सेगमेंट वाहनों को राहत
वहीं दूसरी ओर, सरकार ने आम उपभोक्ताओं को राहत देते हुए टैक्स में कटौती की है।
• 350 सीसी तक की मोटरसाइकिलें,
• एयर कंडीशनर, डिशवॉशर और टीवी जैसे कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स,
इन पर अब 18% जीएसटी लगेगा, जबकि पहले इन पर 28% टैक्स वसूला जाता था।
ईवी पर कोई बदलाव नहीं
इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) पर सरकार ने मौजूदा 5% जीएसटी को बरकरार रखा है। यानी ईवी ग्राहकों के लिए राहत जारी रहेगी।
फैसले की पृष्ठभूमि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में टैक्स स्ट्रक्चर को आसान बनाने का इशारा किया था। उसी दिशा में यह बड़ा कदम माना जा रहा है।
इसके पीछे एक और अहम कारण है- भारत से अमेरिका को होने वाले निर्यात पर 50% शुल्क लगाया गया है। ऐसे में घरेलू खपत (Consumption) पर निर्भर भारतीय अर्थव्यवस्था में संतुलन बनाए रखने के लिए यह बदलाव ज़रूरी समझा जा रहा है।
सरकार का यह निर्णय साफ संकेत देता है कि जहां एक ओर लग्ज़री सामानों पर टैक्स का बोझ बढ़ेगा, वहीं आम उपभोक्ताओं और ईवी खरीदारों को राहत मिलेगी। इसका सीधा असर मध्यमवर्गीय जेब और ऑटोमोबाइल सेक्टर दोनों पर दिखाई देगा।







