डब्लिन में आयरलैंड–भारत आर्थिक सलाहकार पैनल का शुभारंभ, व्यापार और नवाचार में नई उड़ान की तैयारी
डब्लिन: भारत और आयरलैंड के बीच व्यापार, निवेश और नवाचार को नई दिशा देने के लिए डब्लिन में एक ऐतिहासिक पहल की गई है। आयरलैंड के उप-प्रधानमंत्री एवं विदेश और व्यापार मंत्री साइमोन हैरिस ने उच्च-स्तरीय आयरलैंड–भारत आर्थिक सलाहकार पैनल का औपचारिक शुभारंभ किया। इसे दोनों देशों के बीच आर्थिक रिश्तों को मजबूत बनाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
पैनल में शामिल दिग्गज
इस पैनल में भारत और आयरलैंड से जुड़े कई प्रतिष्ठित कारोबारी चेहरे शामिल किए गए हैं। इनमें टाटा ट्रस्ट्स ट्रस्टी और टाटा इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन, टाटा मोटर्स के सीईओ मोहित कपूर, टाटा स्टील यूके के सीईओ केयरस मुधार, वॉल्क्सवैगन बोर्ड डायरेक्टर मृदुल खोसला, और इन्वेस्टको एवं टेक्टॉनिक इन्वेस्टमेंट्स एडवाइजर्स के चेयरमैन राजीव मेहता जैसे दिग्गज शामिल हैं। इनके साथ आयरलैंड के कई विभागों और संस्थानों के वरिष्ठ प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
व्यापार गोलमेज बैठक
पैनल लॉन्च के अवसर पर हुई विशेष ट्रेड राउंडटेबल बैठक में भारत और आयरलैंड के प्रतिनिधियों के बीच गहन चर्चा हुई। इसमें द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने, निवेश प्रवाह को प्रोत्साहित करने और स्टार्टअप्स व उद्यमिता के नए अवसर तलाशने पर जोर दिया गया। विशेषज्ञों ने माना कि यह पहल दोनों देशों को वैश्विक बाजार में और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाएगी।
नवाचार और शिक्षा पर फोकस
बैठक के दौरान पैनल ने विशेष रूप से ग्रीन टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और स्टार्टअप्स जैसे क्षेत्रों को प्राथमिकता देने की बात कही। आयरलैंड के शिक्षा क्षेत्र में भारतीय छात्रों के योगदान को भी रेखांकित किया गया और भविष्य में स्टार्टअप इकोसिस्टम को और मजबूत बनाने पर सहमति जताई गई।
भारतीय नेताओं की मुलाकातें
इस दौरे के दौरान भारतीय प्रतिनिधियों ने आयरलैंड के प्रधानमंत्री, उप-प्रधानमंत्री और अन्य कैबिनेट मंत्रियों से मुलाकात की। वहीं, ऐतिहासिक ट्रिनिटी कॉलेज डब्लिन की अध्यक्ष ने भारतीय व्यापारिक नेताओं के सम्मान में विशेष रात्रिभोज का आयोजन भी किया।
राजदूत ने जताया भरोसा
आयरलैंड में भारत के राजदूत अखिलेश मिश्रा ने कहा कि यह पैनल दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा। उन्होंने इसे “व्यापार और निवेश बढ़ाने की दिशा में मील का पत्थर” बताया और कहा कि इस मंच के जरिए दोनों देशों की सरकारें और कारोबारी जगत और नज़दीक आएंगे।
आगे की राह
विशेषज्ञों का मानना है कि इस पैनल के गठन से भारत और आयरलैंड के बीच व्यापारिक रिश्तों को नई ऊर्जा मिलेगी। खासकर स्टार्टअप्स, उद्यमिता और नवाचार में साझेदारी दोनों देशों की अर्थव्यवस्था के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है।







