नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन का वार्षिक सम्मेलन, मेडिकल शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र की चुनौतियों पर मंथन

नई दिल्ली स्थित महाराजा अग्रसेन हॉस्पिटल, द्वारका में नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन (NMO) का वार्षिक सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत "न त्वहं कशकामये स्वर्गम् स्वर्गम ना पुनर्भवम्" गान के साथ हुई। इस दौरान संगठन के संस्थापक डॉ. धनाकर ठाकुर ने NMO के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह संगठन मेडिकल छात्रों और डॉक्टरों के लिए, उनके द्वारा ही संचालित किया जाता है। उन्होंने छात्रों को जीवनभर सीखने की प्रक्रिया में जुड़े रहने के लिए प्रेरित किया।
मेडिकल शिक्षा और सरकारी नीतियों पर सवाल
डॉ. धनाकर ठाकुर ने नेशनल मेडिकल कमिशन (NMC) की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि निजी मेडिकल कॉलेजों में फेक फैकल्टी की समस्या खत्म करने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने कहा कि देश के आधे चिकित्सक इन्हीं कॉलेजों से निकल रहे हैं, जहां मोटी रकम देकर सीटें हासिल की जाती हैं। सरकारी लापरवाही के कारण बड़े कॉरपोरेट समूह इस क्षेत्र में हावी हो गए हैं, जिससे डॉक्टरों का शोषण हो रहा है।

स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान दिनचर्या सुधार से संभव
असिस्टेंट मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. संजय श्रीवास्तव ने डॉ. सुजीत धर व्याख्यान देते हुए कहा कि कई बीमारियां केवल जीवनशैली और पर्यावरणीय सुधारों से खत्म की जा सकती हैं। वहीं, डॉ. धनाकर ठाकुर ने डॉ. एस जे काले ओरेशन में 10 जनवरी को 'मेडिकल शिक्षा दिवस' के रूप में मनाने का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। उन्होंने बताया कि 10 जनवरी 1836 को मधुसूदन गुप्ता ने आधुनिक भारत में पहली बार मानव शरीर का विच्छेदन किया था, जो बौद्धकालीन अहिंसा सिद्धांतों के चलते सदियों से प्रतिबंधित था।
स्वास्थ्य जागरूकता और मेडिकल रिसर्च पर जोर
सम्मेलन में विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों ने विचार रखे:
-डॉ. मनीष कुमार ने डॉ. आबाजी थत्ते ओरेशन में बताया कि कैसे उन्होंने एमबीबीएस के बाद समाज सेवा को समर्पित कर दिया।
-डॉ. विकास कुमार ने डॉ. बी एन पी मिश्र ओरेशन में कैल्शियम और विटामिन D3 की कमी से होने वाली न्यूरोलॉजिकल बीमारियों पर चर्चा की।
-सतीश कुमार (शाहजहांपुर) ने सूर्यनारायण राव ओरेशन में डॉक्टरों की सामाजिक नेतृत्व की भूमिका पर प्रकाश डाला।
-डॉ. राकेश कुमार ने डॉ. बी एन दासगुप्त ओरेशन में फ्लोराइड और दांतों की बीमारियों पर अपने विचार साझा किए।
मेडिकल क्विज का आयोजन
सम्मेलन के अंत में एक मेडिकल क्विज का आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह सम्मेलन मेडिकल क्षेत्र की मौजूदा चुनौतियों, शिक्षा प्रणाली में सुधार और डॉक्टरों के अधिकारों की रक्षा पर गंभीर मंथन का अवसर बना।