नए साल का जश्न, अलर्ट पर दिल्ली पुलिस…मॉक ड्रिल कर दिखाई अपनी ताकत
New Delhi: देश की राजधानी में नए साल के जश्न से पहले सुरक्षा तैयारियों को परखने के उद्देश्य से दिल्ली पुलिस ने मॉक ड्रिल किया. दिल्ली पुलिस लगातार अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए ट्रेंनिंग कर रही है. इसी क्रम में विवेक विहार के के-बी ब्लॉक मार्केट में अचानक शुरू हुई इस ड्रिल से इलाके में कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया. मॉक ड्रिल का परिदृश्य इस तरह रचा गया था मानो बाजार में दो से तीन आतंकवादी घुस आए हों और अंधाधुंध फायरिंग कर दहशत फैला रहे हों. सायरनों की आवाज़, भागती भीड़ और पुलिस की तेज गतिविधियों से पूरा बाजार गूंज उठा.
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विवेक विहार सब-डिवीजन के एसीपी और संबंधित थानों के एसएचओ भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. चारों ओर से बाजार की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया. कमांडो गियर, बुलेटप्रूफ जैकेट और आधुनिक हथियारों से लैस पुलिसकर्मियों की मौजूदगी ने स्थिति को यथार्थ के बेहद करीब ला दिया. आम लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और बाजार की सभी एंट्री-एग्जिट पर कड़ी निगरानी रखी गई.
ड्रिल के दौरान दिल्ली फायर सर्विस, एंबुलेंस सेवा, फॉरेंसिक टीम और बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड ने भी सक्रिय भूमिका निभाई. घायलों के रेस्क्यू, प्राथमिक उपचार और अस्पताल पहुंचाने की प्रक्रिया का अभ्यास किया गया. फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल को सील कर साक्ष्य जुटाने का रिहर्सल किया, जबकि बम स्क्वाड ने संदिग्ध वस्तुओं की जांच की.
विवेक विहार बी-ब्लॉक मार्केट के प्रधान मनोज अग्रवाल ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने बेहद सतर्कता और तेजी से हालात पर काबू पाया. इस मॉक ड्रिल से व्यापारियों और आम नागरिकों को यह समझ मिली कि संकट की घड़ी में किस तरह संयम और सहयोग जरूरी है. वहीं, मार्केट के वाइस चेयरमैन अनिलेश ने बताया कि यह अभ्यास इतना वास्तविक था कि कुछ पल के लिए लगा मानो सचमुच आतंकी हमला हो गया, लेकिन पुलिस, प्रशासन, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की त्वरित कार्रवाई से सभी की जान सुरक्षित रही.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, 26 दिसंबर से 31 दिसंबर तक शाहदरा जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों गांधी नगर, आनंद विहार, जीटीबी एन्क्लेव, जगतपुरी, सीमापुरी, गीता कॉलोनी, मानसरोवर पार्क, कृष्णा नगर, शाहदरा और फर्श बाजार में इसी तरह की मॉक ड्रिल आयोजित की जाएंगी. इन अभ्यासों का उद्देश्य नववर्ष के दौरान किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों की तैयारी को और मजबूत करना है.







