अपराधियों के लिए काल, जनता के लिए महाकाल बने यूपी पुलिस-पुलिस मंथन में सीएम योगी का सख्त अल्टीमेटम
UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘पुलिस मंथन–2025’ के समापन सत्र में प्रदेश पुलिस को एक स्पष्ट, सख्त और दूरगामी विज़न दिया। उन्होंने दो टूक कहा कि यूपी पुलिस को अपराधियों के लिए ‘काल’ और आम जनता, खासकर महिलाओं-बेटियों के लिए ‘महाकाल’ के अभेद्य सुरक्षा कवच की तरह काम करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिसिंग का उद्देश्य सिर्फ अपराध के बाद कार्रवाई नहीं, बल्कि अपराध होने से पहले ही उसे रोकना होना चाहिए।
सीएम योगी ने कहा कि जैसे महाकाल अपने भक्तों की रक्षा करते हैं, उसी तरह यूपी पुलिस को प्रदेश की 25 करोड़ जनता के लिए भरोसे का प्रतीक बनना होगा। उन्होंने समय प्रबंधन पर प्रतीकात्मक टिप्पणी करते हुए कहा कि जो काल का ध्यान रखता है, उसे महाकाल का आशीर्वाद मिलता है और यही मंत्र पुलिसिंग में भी लागू होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने आधुनिक पुलिसिंग में तकनीक की भूमिका को रेखांकित करते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और आधुनिक सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि डेटा एनालिसिस के जरिए यह आकलन किया जाए कि अपराध कब, कहां और कैसे हो सकता है, ताकि उसे पहले ही रोका जा सके। अपराधियों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए तकनीक को हथियार बनाना होगा।
जनप्रतिनिधियों से संवाद अनिवार्य
सीएम योगी ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे महीने में कम से कम एक बार जनप्रतिनिधियों से संवाद करें। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जनप्रतिनिधि जनता की आवाज होते हैं, इसलिए उनका फोन उठाना, बात सुनना और समस्याओं का समाधान करना पुलिस की जिम्मेदारी है। संवादहीनता से भ्रम और अविश्वास पैदा होता है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बिना दबाव की पोस्टिंग, अब नतीजे जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस अधिकारियों की तैनाती योग्यता के आधार पर की गई है, इसमें किसी तरह का राजनीतिक दबाव नहीं है। ऐसे में अब अधिकारियों को भी पूरी जवाबदेही के साथ काम करना होगा। उन्होंने कहा कि जब स्वतंत्रता दी गई है, तो परिणाम भी जमीन पर दिखने चाहिए।
कानून-व्यवस्था से निवेश और रोजगार
सीएम योगी ने सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि बीते साढ़े आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश ने बिना किसी भेदभाव के सुरक्षा और सुशासन का मॉडल पेश किया है। कानून-व्यवस्था मजबूत होने से ही प्रदेश में बड़े निवेश आए और युवाओं को रोजगार के अवसर मिले।
थाने से लाइन तक बेहतर तालमेल पर जोर
मुख्यमंत्री ने थानेदार, सर्किल ऑफिसर और पुलिस लाइन के बीच बेहतर समन्वय की जरूरत बताई। उन्होंने बीट पुलिसिंग को मजबूत करने, फील्ड में सक्रिय रहने और हर पीड़ित की तत्काल सुनवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही साफ कहा कि भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं होगा—ईमानदार अधिकारियों को सम्मान मिलेगा, जबकि लापरवाही पर सख्त कार्रवाई होगी।
‘पुलिस मंथन–2025’ के मंच से सीएम योगी का यह संदेश साफ है—उत्तर प्रदेश पुलिस को अब सिर्फ सख्ती नहीं, बल्कि संवेदनशीलता, तकनीक और जवाबदेही के साथ नई ऊंचाइयों पर पहुंचना होगा।







