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पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने अपने Twitter अकाउंट के बायो से 'भाजपा' शब्द हटाया

 

लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर पूरे प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस, सपा, बसपा समेत तमाम राजनीतिक दल पूरे प्रदेश में प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी बीच पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट के बायो से "बीजेपी' शब्द हटा लिया है. वैसे बता दे कि वरुण गांधी ने सोमवार सुबह ही सीएम योगी को पत्र ल‍िखकर लखीमपुर खीरी ह‍िंसा मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी और पीड़ितों के पर‍िवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की भी मांग की थी।

आपको बता दे कि वरुण गाधी ने सीएम योगी को ल‍िखे पत्र में कहा है क‍ि लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को निर्दयतापूर्वक कुचलने की जो हृदय विदारक घटना हुई है, उससे सारे देश के नागरिकों में एक पीड़ा और रोष है. इस घटना से एक दिन पहले ही देश ने अंहिसा के पुजारी महात्मा गांधी की जयंती मनाई थी. अगले ही दिन लखीमपुर खीरी में हमारे अन्नदाताओं की जिस घटनाक्रम में हत्या की गई वह किसी भी सभ्य समाज में अक्षम्य हैं. आन्दोलनकारी किसान भाई हमारे अपने नागरिक हैं. यदि कुछ मुद्दों को लेकर किसान भाई पीड़ित हैं और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत विरोध प्रर्दशन कर रहें हैं तो हमें उनके साथ बड़े ही संयम एवं धैर्य के साथ बर्ताव करना चाहिए.

इतना ही नहीं आगे वरुण गांधी ने लिखा कि, हमें हर हाल में अपने किसानों के साथ केवल और केवल गांधीवादी व लोकतांत्रिक तरीके से कानून के दायरे में ही संवेदनशीलता के साथ पेश आना चाहिए. इस घटना में शहीद हुए किसान भाइयों को श्रद्धांजलि देते हुए मैं उनके परिजनों के प्रति अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट करता हूं. मेरा आपसे निवेदन है कि इस घटना में संलिप्त तमाम संदिग्धों को तत्काल चिन्हित कर आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा कायम कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. इस विषय में आदरणीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई द्वारा समयबद्ध सीमा में जांच करवाकर दोषियों को सजा दिलवाना ज्यादा उपयुक्त होगा. इसके अलावा पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा भी दिया जाए. कृपया यह भी सुनिश्चित करने का कष्ट करें कि भविष्य में किसानों के साथ इस प्रकार का कोई भी अन्याय या अन्य ज्यादती ना हो. आशा है इस घटना की गंभीरता को देखते हुए आप मेरे निवेदन पर तत्काल कार्यवाही करने का कष्ट करेंगे.