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तेजस्वी RJD के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे या नहीं? ….सुशील मोदी के सवालों पर शिवानंद तिवारी का जवाब

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद को लेकर इन दिनों पार्टी चर्चा में बनी हुई है. अनुमान लगाए जा रहे हैं कि नेता तेजस्वी यादव को पार्टी की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. इसे लेकर बीते रोज भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने राजद पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए पद की… Read More »तेजस्वी RJD के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे या नहीं? ….सुशील मोदी के सवालों पर शिवानंद तिवारी का जवाब
 
तेजस्वी RJD के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे या नहीं? ….सुशील मोदी के सवालों पर शिवानंद तिवारी का जवाब

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद को लेकर इन दिनों पार्टी चर्चा में बनी हुई है. अनुमान लगाए जा रहे हैं कि नेता तेजस्वी यादव को पार्टी की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. इसे लेकर बीते रोज भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने राजद पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए पद की दावेदारी पर सवाल उठाया है. अब राजद के बचाव में पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी उतरे. उन्होंने सुशील मोदी के सवालों का जवाब दिया.

सुशील मोदी के सवालों का जवाब देते हुए शिवानंद तिवारी ने कहा कि तेजस्वी के नेतृत्व में पार्टी ने बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा. तेजस्वी पार्टी की जिम्मेदारी संभालने में पूरी तरह से सक्षम हैं और अगर कभी इसकी जरूरत पड़ी तो तेजस्वी को ही ये जिम्मेदारी दी जाएगी. उन्होंने कहा कि लालू यादव, विधायक दल व पार्टी के पदाधिकारियों ने पहले ही मुहर लगा दी है कि तेजस्वी ही पार्टी का नेतृत्व करेंगे. लेकिन अभी इसकी कोई जरूरत नहीं है.

उन्होंने कहा कि तेजस्वी कभी नहीं चाहेंगे कि उनके पिता से राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छीन लिया जाए. उन्होंने लालू यादव के बारे में कहा कि पार्टी के स्थापना दिवस पर लालू यादव का जबरदस्त भाषण हुआ, जबकि उनकी तबीयत लंबे समय से खराब चल रही है. बावजूद इसके लालू यादव ने शानदार भाषण दिया. उन्होंने लालू यादव की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके पास अनुभव है और वो स्कूल या कॉलेज में नहीं पढ़ाया जाता है. तेजस्वी को अपने पिता का यही अनुभव ज्ञान के रूप में मिल रहा है. तेजस्वी को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाएगा ये मीडिया का ख्याली पुलाव है, अभी इसकी कोई जरूरत नहीं है.

जान लें, इससे पहले सुशील मोदी ने ट्वीट कर लिखा था कि लालू परिवार के बाहर का कोई व्यक्ति राजद का राष्ट्रीय अध्यक्ष या कार्यकारी अध्यक्ष नहीं बन सकता है. यदि पार्टी ने शीर्ष पद की जिम्मेदारी किसी अन्य को दिया भी तो वह केवल मुखौटा होगा. उन्होंने कहा था कि राजद में न आंतरिक लोकतंत्र है, न इस दल का किसानों-मजदूरों और पिछड़ों-दलितों से कोई वास्ता है. यह काम के बदले जमीन लिखवाने वाली पार्टी है.