कार्तिकेय सिंह का विभाग बदलने पर संजय जायसवाल का हमला, कहा- नीतीश फंसाते भी हैं और बचाते भी हैं

बिहार में महगठबंधन की सरकार बनने के बाद ही कानून मंत्री कार्तिकेय कुमार विवादों में घिर गए थे. कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह के खिलाफ कोर्ट से अपहरण के मामले में वारंट जारी किया जा गया था. इसको लेकर विपक्ष लगातार उनपर जुबानी हमला कर रही थी. इसी बीच नीतीश सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए कार्तिकेय कुमार को कानून मंत्री पद से हटा दिया है. कार्तिकेय कुमार को अब गन्ना उद्योग विभाग दिया गया है. वहीं गन्ना उद्योग मंत्री शमीम अहमद को विधि मंत्री बनाया गया है.
वैसे कार्तिकेय कुमार का विभाग बदल दिया गया उसके बाद बिहार की सियासी सरगर्मी तेज़ हो गई है. अब संजय जायसवाल ने सीएम नीतीश की निति के बारे में बताते हुए सरकार को घेरे में ले लिया है. संजय जायसवाल ने कहा है कि आज कार्तिकेय सिंह का विभाग बदल दिया गया. नीतीश सरकार के इस फैसले से दाग नहीं धुलेगा. नीतीश कुमार कहते हैं कि हम न किसी को फंसाते हैं और न ही किसी को बचाते हैं. लेकिन नीतीश कुमार की जो निति है वो इससे बिल्कुल अलग है. नीतीश कुमार की निति है 'फंसाते भी हम हैं और बचाते भी हम हैं.

आपको बता दें कि मंत्रिमंडल में जगह मिलते ही कार्तिकेय कुमार विवादों में घिर गए थे. जानकारी के अनुसार राजीव रंजन की 2014 में किडनैपिंग हुई थी. इसके बाद कोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लिया था. राजीव रंजन की किडनैपिंग मामले में एक आरोपी बिहार के मंत्री कार्तिकेय सिंह भी हैं. बिहटा थाना में उनके खिलाफ मामला दर्ज है. जिनके खिलाफ कोर्ट ने वारंट भी जारी किया हुआ है. कार्तिकेय सिंह ने अभी तक ना तो कोर्ट के सामने सरेंडर किया है ना ही जमानत के लिए अर्जी दी है.
वैसे 16 अगस्त को कार्तिकेय कुमार को कोर्ट में पेश होना था, लेकिन वो मंत्री पद की शपथ ले रहे थे. इस बीच दानापुर कोर्ट के आदेश की कॉपी सामने आई, जिसमें मोकामा के थाना प्रभारी को आदेश दिया गया है कि कार्तिकेय सिंह के खिलाफ एक सितंबर तक किसी भी प्रकार की दंडात्मक कार्रवाई न की जाए. अदालत का ये आदेश 12 अगस्त का है. इन आरोपों पर कानून मंत्री का पक्ष उनके प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उनके वकील भी रख चुके हैं.