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राजद से बगावत के बाद बोले चेतन आनंद, ठाकुर के कुएं में पानी बहुत है, सब को पिलाना है

 

विधानसभा में बहुमत परीक्षण को लेकर बनी गहमागहमी के बीच राजद को तब झटका लगा जब स्पीकर को पद से हटाने के लिए चल रही प्रक्रिया से पहले ही तीन विधायकों ने अपना खेमा बदल लिया. पूर्व बाहुबली सांसद आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद और अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने विधानसभा में प्रवेश के साथ ही सत्ता पक्ष से अपनी करीबी बढ़ा ली थी. दोनों विधायक राजद के खेमे से अलग हो गए थे. जिसे लेकर राजद ने अपनी ओर से नाराजगी भी प्रकट की थी.

वहीं जब स्पीकर को हटाने की प्रक्रिया शुरू हुई तो चेतन आनंद, नीलम देवी के साथ प्रह्लाद यादव भी सत्ता पक्ष की ओर जाकर बैठ गए. जिसका विरोध भी तेजस्वी ने किया और कार्य़वाहक स्पीकर के सामने नियमों का हवाला देते हुए इसे गलत बताया. वहीं अपने संबोधन में तेजस्वी यादव ने चेतन आनंद को भी निशाने पर लिया.

विश्वास मत से पहले आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद पाला बदलकर आरजेडी से एनडीए में शामिल हो गए. चेतन आनंद ने एनडीए खेमे में आने के बाद अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर लिखा, ठाकुर के कुएं में पानी बहुत है, सब को पिलाना है. दरअसल बहुमत परीक्षण से ठीक एक दिन पहले रविवार की रात को चेतन आनंद को लेकर पटना में भारी बवाल हुआ था. वहीं चेतन आनंद के पाला बदलने पर तेजस्वी यादव ने विधानसभा में उन्हें शुभकामनाएं देते हुए अपना छोटा भाई बताया.

बता दें कि 'ठाकुर का कुंआ' बिहार में सियासी संग्राम का एक मुद्दा बना हुआ था. दरअसल राजद के सांसद मनोज झा ने राज्यसभा में इसे लेकर एक कविता पढ़ी थी. जिसके बाद इसपर सियासी विवाद छिड़ गया था. राजद में साथ रहते हुए भी चेतन आनंद ने तब इसके विरोध में सुर उठाए थे.

तेजस्वी यादव ने कहा कि जब चेतन आनंद को किसी ने टिकट नहीं दिया तब हमने टिकट देकर उन्हें चुनाव जितवाया, तेजस्वी ने कहा कि कुछ मजबूरियां रही होंगी जो मैं नहीं जानता हूं. वो हमेशा मेरे भाई रहेंगे .

बता दें कि अभी कुछ महीने पहले ही आनंद मोहन को जेल से बाहर निकालने के लिए नीतीश कुमार ने कानून में बदलाव किया था. उसी की मदद से आनंद मोहन डीएम  हत्याकांड में जेल से बाहर आए थे. इसके बाद आनंद मोहन ने इसके लिए नीतीश कुमार का आभार जताया था.

नीतीश कुमार को जहां इस फैसले के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था वहीं दूसरी तरफ आनंद मोहन से उनकी घनिष्ठता बढ़ गई थी. माना जा रहा है कि नीतीश कुमार से रिश्ते को बेहतर बनाए रखने के लिए ही आनंद मोहन के बेटे ने पाला बदला है.