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अशोक चौधरी ने RJD के बहाने BJP पर साधा निशाना, बोले- नीतीश के कंधे पर चुनावी नैया पार करना चाहते राजनैतिक दल

 

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधान परिषद चुनाव के लिए चौथी बार नामांकन भरा. मंगलवार को नीतीश कुमार जब विधान सभा नॉमिनेशन भरने पहुंचे तो उनके साथ पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, पूर्व मंत्री अशोक चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, वीजेंद्र यादव, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे। इस दौरान नीतीश कुमार के करीबी अशोक चौधरी का बड़ा बयान सामने आया है.

दरअसल, मीडियाकर्मी से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि, जितने भी राजनीतिक दल हैं वह नीतीश कुमार के कंधे पर सवार होकर अपनी नैया पार कराना चाहती है. अशोक चौधरी के इस बयान से राज्य में सियासी घमासान मचा सकता है. अशोक चौधरी ने इशारों इशारों में राजद के साथ बीजेपी पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि आज के राजनीतिक दल ऐसे हो गए हैं कि साथ रहते हैं को नीतीश चालीसा का पाठ करते हैं और अलग होते ही तो व्यक्तिगत टिप्पणी करने लगते हैं.

उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश की तरह अगर भी व्यक्ति बिहार की राजनीति में खटता हो सुबह से शाम तक, एक भी व्यक्ति का नाम बता दीजिए जो बिहार के लिए खटता हो और दिन भी उद्घाटन, शिलान्यास, और योजनाओं का भ्रमण करता हो ऐसा एक भी राजनेता दिखा दीजिए। नीतीश कुमार से कम उम्र के भी कोई नेता हो जो इतना काम करते हो तो नाम बताइए ?

वहीं जदयू के खत्म होने वाले सवाल पर कहा कि, मुंगेरी लाल के हसीन सपने को लेकर कोई क्या कह सकता है। उन्होंने कहा कि देश कैसे आगे बढ़े और 21वीं सदी का बिहार कैसे बनाएं इसको लेकर कोई बहस नहीं हो रही है। 2005 के पहले 44 हजार करोड़ का बिहार था और आज 2 लाख 68 हजार करोड़ का बिहार हो गया है। जिसके कारण हो रहा है उसी को लेकर टीका-टिप्पणी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश पर किसी तरह के भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है। कोई अपराधियों पर आरक्षण देने तक का आरोप नहीं है और उनके उपर व्यक्तिगत टिप्पणी की जा रही है।

मालूम हो कि, सीएम नीतीश बीते 28 जनवरी को महागठबंधन से नाता तोड़ कर एनडीए में शामिल हो गए थे और रिकॉर्ड नौवीं बार मुख्यमंत्री का शपथ लिए थे। जिसके बाद से ही राजद हमवावार है। राजद सीएम नीतीश के बयान कि "वह मर जाएंगे लेकिन कभी बीजेपी में नहीं जाएंगे" को याद दिलाकर उनपर निशाना साध रही है। तो वहीं बीजेपी के "सीएम के लिए दरवाजा बंद है" के बयान को लेकर भी हमला बोल रही है। वहीं राजनीतिक जानकारों की माने तो बीजेपी ने सीएम नीतीश के साथ गठबंधन 2024 के लोकसभा चुनाव को जीतने के लिए किया है। बिहार की राजनीति को देखे तो भले ही जदयू राज्य में तीसरी पार्टी बन गई हो लेकिन सीएम नीतीश जिस भी गठबंधन के साथ चुनाव लड़े हैं उनकी जीत पक्की होती है। ऐसे में सीएम के खास नेता ने अपने ही घटक दल पर निशाना साधा है।