Bihar Assembly Session: तेजस्वी की गैरमौजूदगी पर सियासी संग्राम, जेडीयू–आरजेडी आमने-सामने
Bihar Vidhansabha session: बिहार विधानसभा के चौथे दिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सदन में नहीं आने पर राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई। सुबह से शुरू हुआ सवाल-जवाब का दौर शाम तक गरम बहस में बदल गया। जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी की अनुपस्थिति को लेकर तीखा वार करते हुए कहा- “जिनके परिवार की सुरक्षा में 160 पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं, वही नेता स्वयं विधान मंडल से नदारद हैं। आख़िर कहां गायब हो गए तेजस्वी यादव?”
उनकी यह टिप्पणी पूरे दिन राजनीतिक चर्चा का केंद्र बनी रही।
आरजेडी का पलटवार—“तेजस्वी आपकी सोच का केंद्र, खोजी अभियान क्यों?”
जेडीयू की तीखी टिप्पणी के बाद आरजेडी ने भी देर शाम जवाब देने में समय नहीं गंवाया। आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा- “नीरज जी जिस तरह की राजनीति करते हैं, लगता है आपकी पूरी सोच का आधार सिर्फ़ तेजस्वी प्रसाद यादव ही हैं। वास्कोडिगामा की तरह उनकी खोज में न लगिए।”
उन्होंने चुटकी लेते हुए आगे कहा- “बिहार की जनता के हित में तेजस्वी को बुलडोज़र नीति से बचाइए… खोजी दल भेजने की कोई ज़रूरत नहीं है।”
साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि सदन की गरिमा को देखते हुए नेता प्रतिपक्ष जल्द ही विधान मंडल में पहुँचेंगे।
तेजस्वी की गैरमौजूदगी बनी सियासत का केंद्र
तेजस्वी यादव भले ही सदन में मौजूद नहीं थे, मगर पूरे दिन उनके नाम पर ही बहस छाई रही। सत्ता पक्ष उनकी अनुपस्थिति को मुद्दा बना रहा है, जबकि विपक्ष इसे बेवजह का हमला बता रहा है।
बुधवार का राजनीतिक घटनाक्रम साफ़ संकेत देता है कि तेजस्वी यादव की गैरमौजूदगी भी बिहार की राजनीति में मौजूदगी जितनी ही प्रभावशाली है, और सत्ता–विपक्ष दोनों ही इसे अपने-अपने तरीके से भुनाने में जुटे हैं।







