Bihar Chunav 2025: नीतीश-अमित शाह की अचानक मुलाकात ने बढ़ाई सियासी हलचल, NDA में नई रणनीति पर मंथन
Bihar news: बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज़ हो गई हैं। शनिवार की सुबह राजनीतिक हलकों में उस वक्त हलचल मच गई जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अचानक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने उनके सरकारी आवास पहुंच गए। दोनों नेताओं के बीच करीब 15 मिनट तक बंद कमरे में बातचीत हुई।
सूत्रों के मुताबिक, इस मुलाकात में बिहार NDA की चुनावी रणनीति, उम्मीदवारों की अंतिम सूची और प्रचार अभियान के स्वरूप पर चर्चा हुई। मुलाकात के दौरान उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, और चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद रहे।
तीन दिवसीय बिहार दौरे पर हैं अमित शाह
अमित शाह बीते दिन तीन दिवसीय दौरे पर पटना पहुंचे थे। शुक्रवार की रात उन्होंने भाजपा प्रदेश कार्यालय में पार्टी नेताओं के साथ लंबी बैठक की। सूत्र बताते हैं कि इस बैठक में शाह ने कार्यकर्ताओं से सख्त लहजे में कहा कि “चुनाव अब अनुशासन और रणनीति दोनों से लड़ा जाएगा, सिर्फ पोस्टर और बयानबाजी से नहीं।” उन्होंने बूथ स्तर पर संगठन को सक्रिय करने और विपक्ष के आरोपों का जवाब “काम के दम पर” देने की बात कही।
सुबह-सुबह की मीटिंग पर सियासी अटकलें
शनिवार सुबह अमित शाह का सीएम आवास पहुंचना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया। मुलाकात के बाद शाह ने मीडिया से कुछ भी कहने से परहेज किया और छपरा जिले की तरैया सीट के कार्यक्रमों के लिए रवाना हो गए।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह मुलाकात “सीट बंटवारे और प्रचार अभियान की अंतिम रूपरेखा” तय करने के लिए थी, ताकि NDA में जारी मतभेदों पर विराम लगाया जा सके।
शाह के बयान पर मचा बवाल
इस बीच, अमित शाह के हालिया बयान ने नई सियासी बहस को जन्म दे दिया है। एक टीवी इंटरव्यू में शाह ने कहा था, वर्तमान में NDA नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ रहा है। बिहार की जनता और भाजपा दोनों को उन पर भरोसा है। चुनाव के बाद मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला विधायक दल करेगा।
उनके इस बयान को लेकर विपक्ष ने तंज कसा कि भाजपा नीतीश कुमार को ‘वर्तमान सीएम’ तो मानती है, लेकिन भविष्य के सीएम के रूप में नहीं। वहीं, जेडीयू सूत्रों का कहना है कि NDA में सब कुछ सामान्य है और गठबंधन एकजुट होकर चुनाव लड़ेगा।
NDA में रणनीतिक संतुलन साधने की कोशिश
जानकारों का मानना है कि शाह और नीतीश की यह मुलाकात गठबंधन की दरारों को भरने और एकजुट संदेश देने की कोशिश थी। चुनाव की तारीखें नजदीक हैं- पहले चरण का मतदान 6 नवंबर और दूसरा 11 नवंबर, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि NDA अपने सीट फॉर्मूले और मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर आने वाले दिनों में क्या स्पष्ट संकेत देता है।







