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Bihar Chunav 2025: RJD प्रत्याशी खेसारी लाल यादव की बढ़ी मुश्किलें, मीरा रोड स्थित बंगले पर नगर निगम का नोटिस

 
Bihar Chunav 2025: RJD प्रत्याशी खेसारी लाल यादव की बढ़ी मुश्किलें, मीरा रोड स्थित बंगले पर नगर निगम का नोटिस

Bihar political news: भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार और राजद प्रत्याशी खेसारी लाल यादव इन दिनों बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, लेकिन अब उनके लिए चुनावी मैदान के साथ-साथ कानूनी मोर्चे पर भी मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं।
मीरा भायंदर नगर निगम ने खेसारी लाल यादव के मीरा रोड स्थित बंगले को लेकर नोटिस जारी किया है। आरोप है कि बंगले के बाहर अवैध निर्माण किया गया है, जिसे हटाने का निर्देश दिया गया है।

अवैध निर्माण को लेकर भेजा गया नोटिस

नगर निगम की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि खेसारी लाल यादव के बंगले के बाहरी हिस्से में लोहे के एंगल और शेड बिना अनुमति लगाए गए हैं, जो नियमानुसार अवैध हैं। अधिकारियों ने साफ चेतावनी दी है कि निर्धारित समय सीमा के भीतर यदि इन संरचनाओं को नहीं हटाया गया तो अतिक्रमण विभाग बलपूर्वक कार्रवाई करेगा और बुलडोजर चलाया जाएगा।

अतिक्रमण जांच में सामने आया मामला

जानकारी के मुताबिक, यह मामला हाल ही में क्षेत्र में चल रही अतिक्रमण जांच के दौरान सामने आया। नगर निगम की टीम जब मीरा रोड इलाके में निरीक्षण कर रही थी, तभी खेसारी लाल यादव के बंगले के बाहर अनधिकृत निर्माण दर्ज किया गया।
फिलहाल खेसारी और उनका परिवार बिहार चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं, जिसके चलते निरीक्षण के वक्त घर पर कोई मौजूद नहीं था। निगम ने अगले चरण की कार्रवाई से पहले जवाब दाखिल करने के लिए कुछ दिन का समय दिया है।

चुनावी व्यस्तता के बीच कानूनी पेंच

बिहार के छपरा विधानसभा सीट से राजद के टिकट पर मैदान में उतरे खेसारी लाल यादव लगातार जनसभाओं और रोड शो में व्यस्त हैं। ऐसे में नोटिस मिलने से उनके विरोधी दलों को भी हमले का नया मुद्दा मिल गया है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह मामला खेसारी के चुनावी अभियान पर असर डाल सकता है, खासकर तब जब वे पहली बार राजनीति के अखाड़े में उतरे हैं।

क्या बुलडोजर चलेगा बंगले पर?

नगर निगम ने फिलहाल यह स्पष्ट किया है कि अगर निर्धारित समय सीमा में अवैध हिस्से को नहीं हटाया गया तो विभाग खुद कार्रवाई करेगा। अब देखना होगा कि खेसारी लाल यादव इस नोटिस का क्या जवाब देते हैं और क्या चुनावी दौरे के बीच वे इस विवाद को समय रहते सुलझा पाते हैं या नहीं।