'बटेंगे तो कटेंगे' पर NDA में मतभेद, JDU ने कहा- हमने अपनी विचारधारा गिरवी नहीं रखी है
'बटेंगे तो कटेंगे, एक हैं तो सेफ हैं', इन नारों को लेकर देश में जमकर राजनीति हो रही है. हालांकि इन नारों पर बिहार एनडीए बंटता दिख रहा है. सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जेडीयू का विरोध जारी है. गुलाम गौस के बाद अब जेडीयू के बड़े मुस्लिम चेहरे और एमएलसी खालिद अनवर (Khalid Anwar) ने विरोध किया है. सोमवार को खालिद अनवर ने कहा कि हम लोग ऐसे किसी भी नारे को प्रमोट नहीं कर सकते जिसका मकसद समाज को बांटना या तोड़ना है. हम किसी भी नफरती नारे को प्रमोट नहीं कर सकते हैं.
खालिद अनवर ने कहा कि जेडीयू ने अपनी विचारधारा को गिरवी नहीं रखा है. बीजेपी से हमने बिहार सहित देश के विकास के लिए गठबंधन किया है. हम लोग सभी धर्मों का सम्मान करते हैं. देश एकजुट रहे, आगे बढ़े, इसके लिए हमारी पार्टी ने हमेशा मेहनत की है. महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव है, झारखंड में एनडीए में हम लोग दो सीटों पर लड़ रहे हैं. बिहार में चार सीटों पर उपचुनाव है. नीतीश ने सभी वर्गों के लिए काम किया है. नीतीश कुमार के काम के आधार पर हम लोग वोट मांग रहे हैं.
जेडीयू नेता ने कहा कि इस तरह के नारों से नुकसान उनको हो रहा जो सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं. जैसे जेडीयू सबको साथ लेकर चलना चाहती है. हम लोग रोजगार और विकास की बात करते हैं. खालिद अनवर ने बयान देकर साफ कर दिया है कि पार्टी इस तरह के बयानों और नारों से सहमत नहीं है.
'बटेंगे तो कटेंगे' का नारा बीजेपी की तरफ से देश भर में दिया जा रहा है. पोस्टर लगाए जा रहे हैं. झारखंड और महाराष्ट्र में भी यह नारा दिया जा रहा है. वहां विधानसभा चुनाव है. महाराष्ट्र के अखबारों में 'एक हैं तो सेफ हैं' का नारा विज्ञापन के तौर पर छपा है. इन नारों को बीजेपी भुनाने की कोशिश कर रही है. बीजेपी का कहना है कि हिंदू तभी सुरक्षित रहेंगे जब एक रहेंगे. बटेंगे तो कटेंगे, लेकिन जेडीयू ने साफ तौर से इसको लेकर विरोध कर दिया है.