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तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से जन सुराज के उम्मीदवार डॉ विनायक गौतम ने किया नामांकन, हजारों लोग हुए शामिल

 

मुजफ्फरपुर: तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में हो रहे विधान परिषद उपचुनाव के लिए जन सुराज के उम्मीदवार डॉ विनायक गौतम ने अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। मुजफ्फरपुर के क्लब मैदान में जन सुराज की ओर से नामांकन सह आशीर्वाद सभा का आयोजन किया गया। सभा में जन सुराज के कार्यवाहक अध्यक्ष मनोज भारती, MLC अफाक अहमद, पूर्व MLC राम कुमार सिंह, पूर्व MLA किशोर कुमार मुन्ना, पूर्व MLC रामबली चंद्रवंशी, पूर्व विधायक सुरेश चंचल, पूर्व विधायक गुलाम जिलानी, सेवानिवृत अधिकारी ललन यादव, अजय द्विवेदी, एनपी मंडल आदि शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुजफ्फरपुर के जन सुराज जिला अध्यक्ष इंद्र भूषण सिंह अशोक ने की। नामांकन सभा में तिरहुत स्नातक क्षेत्र के सभी जिले सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर और वैशाली से हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए।

नामांकन सभा को संबोधित करते हुए जन सुराज के अध्यक्ष मनोज भारती ने कहा कि जन सुराज प्रत्याशी डॉ विनायक गौतम ने भी मेरी तरह नेतरहाट स्कूल से पढ़ाई की है। डॉ विनायक इस क्षेत्र के लोगों से सीधे जुड़े हुए हैं। वे उनके बीच रहकर उनकी सेवा करते रहे हैं। इसीलिए जन सुराज ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है और भविष्य में भी जन सुराज उन्हीं को अपना उम्मीदवार बनाएगा जो स्थानीय और ज़मीन से जुड़े हुए लोग हों। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जन सुराज का अभियान सिर्फ़ सत्ता हासिल करना नहीं है बल्कि हमारा संकल्प बिहार में बदलाव लाना है।

प्रशांत किशोर और जनता की उम्मीदों पर शत प्रतिशत खरा उतरने का प्रयास करूंगा: डॉ विनायक गौतम 

नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद डॉ विनायक गौतम ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वे पेशे से डॉक्टर हैं। अब तक उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र में पूरी ईमानदारी से सेवा की है। इसी तरह वे राजनीति में भी पूरी ईमानदारी से जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे। उन्होंने कहा कि राजनीति उनके लिए जनता की सेवा करने का दूसरा जरिया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनका किसी से मुकाबला नहीं है। इसके साथ ही डॉ. विनायक गौतम ने जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रशांत जी ने मुझ पर जो भरोसा जताया है, मैं उस पर शत प्रतिशत खरा उतरूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि वे बिहार की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे और अगर ऐसा नहीं कर पाए तो अगली बार चुनाव नहीं लड़ेंगे।