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मतदान पर तापमान का असर, बांका और मुंगेर सहित इन लोकसभा की 1700 बूथों पर वोटिंग के समय में बदलाव

 

बिहार में मतदान पर तापमान का बड़ा असर पहले चरण के चुनाव के दौरान देखने को मिला। देश भर के राज्यों में सबसे कम मतदान प्रतिशत बिहार में ही रहा। इसको ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने मतदान के समय में बदलाव का फैसला लिया है। बिहार के अलग-अलग चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए 1700 बूथों पर मतदान के समय में परिवर्तन कर दिया है। आयोग के तरफ से दूसरे चरण के एक लोकसभा सीट के  विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में समय का बदलाव किया गया है

इसके अलावा तीसरे चरण के दो लोकसभा सीट और चौथे चरण के एक लोकसभा सीट के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में समय का बदलाव किया गया है। यह बदलाव  संबंधित लोकसभा क्षेत्र के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी द्वारा राजनीतिक दलों और अन्य हितधारकों के साथ परामर्श के बाद किया गया है। इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग ने अधिसूचना जारी कर दी है

चुनाव आयोग के अनुसार  दूसरे चरण के बांका लोकसभा क्षेत्र के कटोरिया में 172 बूथों के लिए मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक एवं 102 बूथों के लिए मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। बेलहर विधानसभा क्षेत्र में 191 बूथों पर सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक एवं शेष 146 बूथों पर सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा

जबकि तीसरे चरण के मधेपुरा लोकसभा सीट के अंतर्गत महिषी विधानसभा क्षेत्र में 207 बूथों पर सुबह 7 से शाम 6 बजे तक जबकि शेष 107 बूथों पर सुबह 7 से शाम 4 बजे तक मतदान होगा। इसी चरण के खगड़िया लोकसभा सीट के सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र के 299 बूथों पर सुबह 7 से शाम 6 बजे तक जबकि शेष 60 बूथों पर सुबह 7 से शाम 4 बजे तक मतदान होगा। अलौली एवं बेलदौर के 67 बूथों पर भी मतदान का समय बदला है। मुंगेर संसदीय क्षेत्र के सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र के 230 बूथों पर सुबह 7 से शाम 6 बजे तक एवं शेष 119 बूथों पर सुबह 7 से शाम 4 बजे तक मतदान होगा।

आपको बताते चलें कि, बिहार में इन दिनों गर्मी का सितम बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के भीतर भीषण हीटवेव की चेतावनी जारी की है। बांका में दूसरे चरण के तहत शुक्रवार को वोटिंग होनी है। ऐसे में मतदाताओं को परेशानी न हो इसलिए कई बूथों पर मतदान का समय बदला गया है। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को वोटिंग हुई थी, पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार 5 फीसदी कम वोट पड़े। इसका एक कारण गर्मी भी रहा। इसलिए निर्वाचन आयोग ने आगामी चरणों में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए खास व्यवस्था की है।