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परीक्षा से पहले तनाव से कैसे बचें? प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों को दिया खास मंत्र

 

आगामी बोर्ड परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को ‘परीक्षा पे चर्चा’ के 8वें संस्करण में तीन करोड़ से ज्यादा छात्र-छात्राओं से बात कर रहे हैं और परीक्षा के तनाव को दूर करने के टिप्स दे रहे हैं। 

इस दौरान पीएम मोदी ने छात्र-छात्राओं को बताया कि सूर्योदय के बाद पेड़ के नीचे खड़े होकर गहरी सांस लेनी चाहिए। जीवन में कोई भी प्रगति करनी है, उसमें पोषण का खास महत्व है। क्या खाना चाहिए, कब खाना चाहिए, कैसे खाना चाहिए, ये सब काफी महत्वपूर्ण है।

परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने बच्चों को खाने-पीने के बारे में अहम टिप्स दिए। उन्होंने बताया कि बच्चों को अपने भोजन को अच्छी तरह से चबाकर खाना चाहिए, कम से कम 32 बार। उन्होंने यह भी बताया कि बच्चों को कौन से खाद्य पदार्थ खाना चाहिए और किनसे बचना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि कब और क्या खाना उचित है।

परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान बिहार के एक छात्र ने पीएम मोदी से लीडरशिप से जुड़ा सवाल पूछा, जिस पर पीएम मोदी ने मजाकिया लहजे में कहा कि बिहार का छात्र हो और राजनीति से जुड़ा सवाल न हो, यह हो ही नहीं सकता। पीएम मोदी ने बताया आपके विश्वास से लीडरशिप को बल मिलता है।

एक छात्र के सवालों का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हर बच्चे में कुछ न कुछ खासियत जरूर होती है।  कोई पढ़ाई में अच्छा होता है तो किसी की और चीज में अच्छा होता है। साथ ही पीएम मोदी ने उस छात्र से उसकी खासियत के बारे में भी चर्चा की। 

क्रिकेटरों का उदाहरण देते हुए पीएम ने छात्रों को दबाव पर ध्यान न देने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जिस तरह बल्लेबाज स्टेडियम में नारे और शोर को अनदेखा करके गेंद पर ध्यान केंद्रित करता है, उसी तरह छात्रों को भी दबाव के बारे में सोचने के बजाय पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

परीक्षा से पहले स्ट्रेस के सवाल पर पीएम मोदी ने पूछा कि यह मुसीबत शुरू कहां से होती है। तनाव और डिप्रेशन होने के लक्षण नजर आने लगते हैं। अपने मन की दुविधाओं को लोगों के साथ बांटना सीखें। इससे मन शांत रहता है, साथ ही घर के किसी भी सदस्य से बात करें।

प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों को टेक्नोलॉजी के सही उपयोग के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी कोई खतरनाक तूफान नहीं है जो आपको गिरा देगा। इनोवेशन आपकी भलाई के लिए हैं। टेक्नोलॉजी का सही तरीके से इस्तेमाल करें और अपने समय को बर्बाद करने वाली गतिविधियों से बचें।

पीएम मोदी ने कहा कि कक्षा 10 और 12 के लगभग 40-50 प्रतिशत छात्र असफल होते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि यही उनका अंतिम लक्ष्य है। स्कूल में या जीवन में सफलता और असफलता के बीच अंतर को समझना जरूरी है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि क्रिकेट खिलाड़ी दिन के अंत में अपनी गलतियों पर विचार करते हैं और उन पर काम करते हैं, छात्रों को भी यही करना चाहिए। उनके अनुसार, आपके अंक आपको नहीं, बल्कि आपके जीवन को दिखाते हैं।

एक छात्र ने पीएम मोदी से पूछा कि उसे पेपर छूटने का डर रहता है। इस पर पीएम मोदी ने सलाह दी कि वह पिछले सालों के पेपर सॉल्व करें, इससे उसका डर खत्म हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों को केवल उन सवालों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो महत्वपूर्ण हैं। खुद को मोटिवेट करने के लिए गोल्स बनाइए। उन्हें हासिल कर लेने के बाद खुद को रिवॉर्ड दें।

पीएम मोदी में परीक्षा पे चर्चा में शामिल हुए छात्रों के साथ सुंदर नर्सरी में पेड़ भी लगाया। पीएम मोदी ने कहा जैसे ये पेड़ लगाए है, पानी पिलाने का उपाय क्या है। उन्होंने आगे बताया कि पेड़ के बगल में एक मिट्टी का मटका लगा देना चाहिए और उसमें एक महीने में पानी डालना चाहिए। इससे पेड़ का ग्रोथ कम पानी से भी होगा।