तिरहुत में चला निर्दलीय का सिक्का, बंशीधर ब्रजवासी की हुई जीत, करीब 12 हजार वोट से विजयी
तिरहुत स्नातक उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार वंशीधर ब्रजवासी करीब 12 हजार के अंतर से चुनाव जीत गये हैं। राष्ट्रीय जनता दल तीसरे और जनता दल यूनाइटेड (JDU) चौथे स्थान पर रही। दोनों पार्टी के उम्मीदवार को मिले वोट को मिलाने के बाद भी बंशीधर ब्रजवासी को मिले वोट की बराबरी नहीं कर सके। वही जनसुराज दूसरे नंबर पर रहे।
चुनाव जीतने के बाद वंशीधर ब्रजवासी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमारी चुनाव की कभी तैयारी नहीं रही है। हम तो शिक्षक थे चुनाव कैसे लड़ते। सरकार ने मुझे बर्खास्त करके शिक्षकों की आवाज को दबाने की जो नाकाम कोशिश की उसका हिसाब करने के लिए शिक्षकों ने मुझे कैडिडेट बनाया है। हमारा जो चुनाव है यह शिक्षकों का संघर्ष है। बिहार किसी के बाप की बपौती नहीं है यहां के संसाधन पर हरेक शिक्षक हरेक नौजवान यहां के बच्चों का सामान अधिकार है हमलोगों ने अपना अधिकार लड़कर लिया है।
दरअसल, तिरहुत स्नातक सीट से जेडीयू के देवेशचंद्र ठाकुर विधान पार्षद थे। उनके सांसद बन जाने के कारण उप चुनाव हुआ। इस उप चुनाव में जेडीयू के उम्मीदवार अभिषेक झा चौथे नंबर पर चले गये। जबकि उप चुनाव में जीत हासिल करने के लिए एनडीए ने पूरी ताकत झोंक दी थी। एनडीए के बड़े नेताओं ने आकर चुनाव प्रचार किया था लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ और एनडीए को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। निर्दलीय कैंडिडेट और शिक्षक नेता वंशीधर ब्रजवासी चुनाव जीत गये हैं। जन सुराज पार्टी के विनायक गौतम दूसरे, आरजेडी के गोपी किशन तीसरे और जेडीयू के अभिषेक झा चौथे नंबर पर हैं। बता दें कि इस सीट पर कुल 17 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। 5 दिसंबर को वोटिंग हुई थी, जिसमें मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढ़ी, शिवहर के 197 बूथों पर करीब 48 फीसदी मतदान हुआ था।