तेजस्वी यादव को JDU नेता ने दिया जवाब, नीरज कुमार बोले- सजायाफ्ता के पुत्र हैं और राष्ट्रवाद का ज्ञान दे रहे हैं

बिहार की राजधानी पटना में आयोजित सेपक टकरा विश्वकप के उद्घाटन समारोह से जुड़ा सीएम नीतीश का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। 19 सेकेंड के इस वीडियो पर बिहार में सियासी तूफान खड़ा हो गया है। शुक्रवार को विधानसभा का बजट सत्र इसी की भेंट चढ़ गया।
तेजस्वी यादव समेत विपक्षी दलों के विधायकों ने इस मुद्दे पर इतना हंगामा किया कि स्पीकर नंद किशोर यादव ने 2 बजे तक के लिए सदन को स्थगित कर दिया। विधानसभा पहुंचे तेजस्वी यादव ने कहा कि राष्ट्रगान के अपमान से बिहार आज शर्मिंदा है। इस बीजेपी और जेडीयू ने पलटवार किया है। जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि नीतीश कुमार किसी सजायाफ्ता नहीं बल्कि स्वतंत्रता सेनानी के बेटे हैं। उन्हें राष्ट्रगान के आदर का पाठ कोई नहीं पढ़ा सकता।

जेडीयू नेता ने आगे कहा कि नीतीश कुमार वे व्यक्ति हैं जिन्होंने दलित के हाथ में राष्ट्रीय झंडा दिया. नीतीश कुमार वह व्यक्ति हैं, ज्ञान ले लिजिए. स्वतंत्रता सेनानी की तीसरी पीढ़ी को सरकारी नौकरियों में क्षतिज आधार की सुविधा बिहार में दी. उसका ही नतीजा है कि एसडीएम, डीएसपी, एसडीओ जैसे महत्वपूर्ण पदों पर वो लोग बैठे हुए हैं.
नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव को नसीहत देते हुए कहा, "नीतीश कुमार के बारे में इस तरह की व्यक्तिगत टिप्पणी करने से परहेज करिए, नहीं तो भाषायी तीर आपको भी राजनीतिक जख्मी कर देगा."
सीएम नीतीश कुमार के वायरल वीडियो को लेकर तेजस्वी यादव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा था, "कम से कम कृपया राष्ट्रगान का तो अपमान मत करिए मुख्यमंत्री जी. युवा, छात्र, महिला और बुजुर्गों को तो आप प्रतिदिन अपमानित करते ही हैं. कभी महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर ताली बजा उनकी शहादत का माखौल उड़ाते हैं तो कभी राष्ट्रगान का. आपको याद दिला दें कि आप एक बड़े प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. चंद सेकंड के लिए भी आप मानसिक और शारीरिक रूप से स्थिर नहीं हैं और आपका इस तरह अचेत अवस्था में इस पद पर बने रहना प्रदेश के लिए अति चिंताजनक बात है. बिहार को बार-बार यूं अपमानित मत कीजिए."