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मुजफ्फरपुर से शुरू हुआ JDU का कार्यकर्त्ता समागम, राष्ट्रीय महासचिव मनीष वर्मा कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया

 

आज मुजफ्फरपुर से जनता दल यूनाइटेड का कार्यकर्ता समागम शुरू हो चुका है। कार्यकर्ता समागम के पहले दिन का कार्यक्रम मुजफ्फरपुर जिले के लंगट सिंह कॉलेज में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय महासचिव मनीष कुमार वर्मा शामिल हुए। कार्यक्रम के शुरुआत में राष्ट्रीय महासचिव मनीष कुमार वर्मा ने जिले के समता काल से जुड़े हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया। साथ ही पार्टी के प्रति उनकी कर्मठता एवं समर्पण के प्रति आभार व्यक्त किया। दूसरे सत्र में जदयू के जिला इकाई के समस्त कार्यकर्ता, प्रमंडल व विधानसभा प्रभारी, सभी प्रकोष्ठों के जिला अध्यक्ष तथा तीसरे सत्र में जिला इकाई के समस्त कार्यकर्ता, प्रमंडल प्रभारी समस्त विधानसभा प्रभारी, प्रखंड व पंचायत इकाई के समस्त कार्यकर्ता उपस्थित रहे। 

कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जनता दल (यूनाइटेड) समाजवादी विचारधारा के साथ चलने वाली पार्टी है। समाता काल में जिन कार्यकर्ताओं ने इसकी नींव रखी, आज उसी पार्टी का विशाल स्वरूप हम सभी देख रहे हैं। सरकार में भी निरंतर 19 सालों से नीतीश कुमार हमारा नेतृत्व कर रहे हैं तथा सरकार में रहकर बिहार के लिए निरंतर विकास का काम कर रहे हैं। जनता दल (यूनाइटेड) अनूठे सिद्धांतों वाली पार्टी है जिसका नेतृत्व नीतीश कुमार जी कर रहे हैं जिससे पूरे बिहार को उम्मीद है और उनके उम्मीद पर खरा उतरने का काम  नीतीश कुमार ने किया है। यह हम ही नहीं अन्य दल भी इस बात को मानते हैं कि बिहार में नीतीश जरूरी है, इनके बिना बिहार किसी और से नहीं संभल सकता है। 

उन्होंने कहा कि  बिहार का जीर्णोधार व पुनर्विकास मात्र केवल नीतीश कुमार ही कर सकते हैं। 20 वर्ष पहले बिहार की क्या स्थिति थी, हम सबको पता है। बिहार में किस प्रकार का जंगलराज था, यह किसी से छिपा नही है। बहन- बेटियां कितनी असुरक्षित थी, कोई अपने बच्चों को शाम को घर से बाहर नहीं छोड़ना चाहता था। आज वही बिहार है जहां हमारी बहन-बेटियां रात के 12 बजे भी निश्चिंत होकर बाहर घूम रहीं हैं। बिहार के परिवर्तन में जदयू के प्रत्येक कार्यकर्ता का योगदान है। यह सरकार या पार्टी मात्र एक हमारे नीतीश कुमार जी के नाते ही नहीं चल रही है बल्कि उनके नेतृत्व में प्रत्येक कार्यकर्ता के समर्पण से चल रही है।

उन्होंने कहा कि बिहार में सड़क में गड्ढे थे या गड्ढे में सड़क, इसका पता नहीं चलता था, आज गांव-गांव तक सड़क बनाकर नीतीश सरकार ने सबका जीवन सुलभ किया है। हमारे नेता साधारण व्यक्तित्व के असाधारण नेतृत्वकर्ता हैं। मैं तो उन्हें बहुत नजदीक से देखता हूं तो आश्चर्य होता है कि मुख्यमंत्री जैसे पद पर बैठा व्यक्तित्व इतना सरल कैसे हो सकता है। नीतीश कुमार जी का जीवन अत्यंत ही सरल है। वह सरकार में मुख्यमंत्री अवश्य हैं किंतु उन्होंने अपने आप को अभी भी उतना ही सरल रखा है जितना पहले थे। वो अपने किराए के पैसे से यात्रा करते हैं, अपना कोई भी व्यक्तिगत खर्च अपने पैसे से वहन करते हैं। केंद्र में मंत्री रहे, कई वर्षों से मुख्यमंत्री हैं, किसी भी पद पर रहते हुए उनपर एक रुपये का आरोप कभी नहीं लगा। ऐसे हमारे मुख्यमंत्री हैं जिस पर पूरे बिहार को ही नहीं पूरे भारत को विश्वास है और इसी विश्वास के कारण 19 वर्षों तक सरकार चलाने का काम उन्होंने किया है। उनका काम सभी जाति वर्ग, समुदाय, धर्म के लिए है। नीतीश सरकार में किसी की उपेक्षा नहीं है, विकास का काम हर वर्ग, समुदाय, धर्म व जाति के लिए है। कैसा बिहार नीतीश जी को मिला था और उन्होंने कहां से कहां लाकर बिहार को खड़ा किया है, निश्चित रूप से उनके दूरगामी सोच एवं नीति के कारण और जदयू के प्रत्येक कार्यकर्ता के समर्पण के कारण नीतीश कुमार जी ने बिहार को इतना बदलने का काम किया है, इसलिए यह हम ही नहीं बल्कि अन्य दल भी मानते हैं कि बिहार में नीतीश जरूरी है। इनके बिना बिहार नहीं संभलेगा जिन्होंने लड़ने-लड़ाने का काम नहीं किया बल्कि सबको जोड़कर न्याय के विकास के ध्येय के साथ काम किया। उन्होंने नीतीश कुमार पर रामधारी सिंह दिनकर जी की कुछ पंक्तियां भी पढ़ीं "वसुधा का नेता कौन हुआ? भूखण्ड-विजेता कौन हुआ? अतुलित यश क्रेता कौन हुआ?नव-धर्म प्रणेता कौन हुआ? जिसने न कभी आराम किया,विघ्नों में रहकर नाम किया।"

बिहार को जिस दृष्टि से देखा जाता था, आज उसमें भी परिवर्तन हुआ है, बिहार के प्रति लोगों की धारणा बदली है। बिहार में जिस प्रकार से विकास, निवेश से रोजगार का उद्भव, पर्यटन के अवसर, बिजली, सड़क, पानी और सबसे जरूरी सरकारी नौकरी एवं रोजगार हेतु निरंतर अवसर देना, हर तरह का काम नीतीश कुमार ने किया है। बिहार को आगे बढ़ाना है तो हमें आगे बढ़ना पड़ेगा। हमारा एक कदम, बिहार को 13 करोड़ कदम आगे बढ़ाने का काम करेगा। आज बिहार में शिक्षा व्यवस्था हो या स्वास्थ्य व्यवस्था हो, जिले- जिले में मेडिकल कॉलेज की बात हो प्रत्येक क्षेत्र में विकास हुआ है।

नीतीश कुमार से कैसे प्रभावित हुए इसका स्मरण करते हुए उन्होंने बताया कि गांधी मैदान में नीतीश जी की रैली थी जहाँ उन्होंने जनता से वादा किया कि यदि बिजली में सुधार नहीं होगा तो वोट मांगने नहीं आएंगे। मैंने सोचा कि ऐसा कौन नेता हो सकता है जो इस तरह का वादा करें और उसको पूरा कर दे लेकिन  2018 तक उन्होंने बिहार के हर घर में बिजली पहुंचाने का काम पूरा किया। नीतीश कुमार के डिक्शनरी में जुमले की कोई जगह नहीं है जो कहते हैं, वह करके दिखाते हैं और यही कारण है कि पूरा बिहार उन पर भरोसा करता है। उन्होंने पार्टी की मजबूती पर अपनी बात रखते हुए कहा कि पार्टी को यदि अगले 50-100 वर्षों तक और विशाल स्वरूप में देखना चाहते हैं तो हमें पार्टी में युवाओं की सहभागिता को बढ़ाना पड़ेगा। आज जो युवा हमारी पार्टी से जुड़ेगा अगले कई वर्षों तक पार्टी को संभालेगा। बूथ-पंचायत कमेटी का गठन करें और उसमें सभी जाति, समुदाय, वर्ग, युवा, महिला का समावेश रखें। 

कार्यकर्ताओं के सम्मान की बात पर उन्होंने कहा कि प्रशासन का कोई भी अधिकारी पार्टी के कार्यकर्ता की उपेक्षा नहीं कर सकता। हम अच्छा काम करने के लिए आए हैं और अच्छा काम करने वालों के उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन से मेरा यह आग्रह है कि ये जदयू की सरकार है और सरकार हम कार्यकर्ताओं के मेहनत व समर्पण से है अर्थात हम ही से है इसलिए प्रत्येक कार्यकर्ता का सम्मान प्रशासन का दायित्व है। विरोधियों पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि विरोधी चाहे सरकार पर कितने भी प्रश्न उठा ले लेकिन पूर्व की सरकारों के सभी आरोप निराधार हैं जब उनका समय था तो बिहार के लिए कुछ किया नहीं और अब बस दोषारोपण करते हैं। विरोधी के लिए उन्होंने कहा कि "तुम्हारे पांव के नीचे जमीन नहीं है, लेकिन इस बात का तुमको यकीन नहीं.."

इस अवसर पर प्रमंडल प्रभारी मोहम्मद इरशाद अली आजाद, पूर्व विधायक महेश्वर यादव, जिला अध्यक्ष रामबाबू सिंह कुशवाहा, महानगर अध्यक्ष अनुपम कुमार, प्रदेश सचिव प्रो. अरुण पटेल आदि सैकड़ो की तादाद में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।