जीतन राम मांझी ने तेजस्वी की यात्रा को बताया हास्यपद, बोले- शर्म आनी चाहिए, धरना प्रदर्शन कर रहे हैं
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 10 सितंबर से आभार यात्रा शुरू कर रहे हैं. समस्तीपुर से यात्रा की शुरुआत करेंगे. समस्तीपुर के बाद 12 और 13 सितंबर को दरभंगा में, 13 -14 को मधुबनी यात्रा का अगला पड़ाव होगा. तेजस्वी यादव हर जिला में दो दिन रहेंगे. तेजस्वी यादव आरक्षण और लॉ एंड ऑर्डर जैसे मुद्दे पर एनडीए सरकार को घेरने का प्रयास कर रहे हैं. तेजस्वी यादव की इस यात्रा पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने तंज कसा है.
एक कहावत है, चलनी दूसे सूप को. तेजस्वी यादव अपने पिता के कार्यकाल को याद करें. लालू के शासन में एक अणे मार्ग में क्रिमिनल को बैठाकर पीड़ित के साथ समझौता कराया जाता था. तेजस्वी की यात्रा का कोई मतलब नहीं है
जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार में घटना होने पर नीतीश सरकार त्वरित कार्रवाई कर रही है. एक-एक लोग पकड़े जा रहे हैं. हम उनको याद दिलाना चाहते हैं शायद उस समय तेजस्वी बच्चा होंगे. 2005 में और उसके पहले एक अणे मार्ग में क्रिममल और पीड़ित लोग जो थे उनके बीच समझौता कराने का काम करते थे. नीतीश कुमार, पीड़ित को बैठाकर क्रिमिनल के साथ समझौता नहीं कराते हैं. ऐसी परिस्थिति में उनको तो शर्म आनी चाहिए और धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, ये हास्यपद है.
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी गुरुवार को जिले के गुरारू प्रखंड के सोनडीहा गांव पहुंचे थे. जहां उन्होंने समाजसेवी राजेश्वर शर्मा की स्मृति में बनाए गए तोरण द्वार का उद्घाटन किया. लोगों ने अंग वस्त्र देकर व फूल पहनाकर स्वागत किया. ग्रामीणों ने रौना से मीठापुर गांव तक सड़क निर्माण एवं बिजली की समस्या को लेकर केंद्रीय मंत्री का ध्यान आकर्षित करवाया. मौके पर पूर्व मंत्री महाचंद्र प्रसाद सिंह, टिकारी विधायक अनिल शर्मा, महिला मोर्चा के प्रदेश मंत्री सीमा शर्मा मौजूद सहित कई लोग मौजूद रहे.