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लालू की बढ़ी बेचैनी, पांच बार सीएम नीतीश को कर चुके फोन, टेंशन में आए सुप्रीमो?

 

 बिहार में सियासी घमासान के बीच राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एक बार फिर से सरकार बचाने की जगत में लगे हैं. बावजूद इसके नीतीश कुमार आप पूरी तरीके से मन बना चुके हैं कि वह राजद के साथ नहीं रहना चाहते हैं. इसका नतीजा है कि सरकार बचाने की कोशिश में लालू प्रसाद यादव ने सीएम नीतीश कुमार को कई बार फोन किया. मगर नीतीश कुमार ने उनके फोन पर कोई रिस्पांस नहीं दिया. विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि लालू प्रसाद यादव लगातार इस कोशिश में है कि नीतीश कुमार से बात हो जाए, मगर ऐसा अब तक नहीं हो सका है. 

इतना ही नहीं बेचैन लालू प्रसाद ने सीएम नीतीश के लैंडलाइन पर भी फोन किया, लेकिन सीएम नीतीश ने लालू से बात करने से इनकार कर दिया. 

खबर लिखे जाने तक लालू यादव बेचैनी में अपने आवास में बैठे हैं. उनके साथ शिवानंद तिवारी से लेकर राजद के दूसरे प्रमुख नेता भी बैठे हैं. लालू यादव लगातार ये आकलन करने में लगे हैं कि नीतीश कुमार का अगला स्टेप क्या होने जा रहा है. इस बीच राजद के एक सीनियर लीडर ने लालू को बताया कि जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने मीडिया को बयान दिया है कि नीतीश जी इंडिया गठबंधन में हैं, एनडीए में नहीं. 

लालू प्रसाद यादव ने तत्काल इस खबर की पड़ताल करने को कहा. उनके आस पास मौजूद राजद नेताओं ने कई पत्रकारों को फोन लगाया. पता चला कि उमेश कुशवाहा ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया. लालू यादव अपनी पार्टी के नेताओं से बात कर रहे हैं कि कौन सा अगला कदम उठाना सही होगा.

बताते चलें कि शुक्रवार को राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने भी यह बात मीडिया के सामने आकर कही थी. नीतीश कुमार से कई बार वक्त मांगा गया लेकिन उन्होंने वक्त नहीं दिया. अब रावड़ी आवास से यह खबर है कि नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव से बात करने से इनकार कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक, यह लालू प्रसाद यादव की आखिरी कोशिश है. जब वह सरकार बचाने की कोशिश कर रहे हैं.

लालू ने 27 जनवरी को अपनी पार्टी के विधायक दल की बैठक बुलायी है. बैठक में विधायकों से बात की जायेगी कि पार्टी को आगे क्या करना चाहिये. लालू के पास फिलहाल कोई रास्ता नहीं बच रहा है. वे जान रहे हैं कि राज्यपाल से लेकर केंद्र सरकार भाजपा की है. ऐसे में अगर नीतीश पलटी मारते हैं तो लालू कुछ नहीं कर पायेंगे. जेडीयू के विधायकों को तोड़ने की उनकी कोशिश भी सफल होती नहीं दिख रही है.