"अरे यार हम विधायक है" चिल्लाते रह गए विधायक जी, CM के सुरक्षाकर्मियों पर धक्का-मुक्की करने का आरोप
बिहार के जहानाबाद के कल्पा पंचायत में सोमवार (23 सितंबर) मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रम में सीएम के सुरक्षाकर्मियों के जरिए आरजेडी और माले विधायकों के साथ दुर्व्यवहार करने का मामला सामने आया. सुरक्षाकर्मियों के ढकेले जाने पर आरजेडी विधायक सुदय यादव ने कहा कि अरे यार हम विधायक हैं. इसके वाबजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें सीएम के पास फटकने तक नहीं दिया. वहीं भाकपा माले विधायक रामबली यादव ने भी कहा कि ये मेरे लिए बहुत ही दुखद क्षण था.
दरअसल घोसी विधानसभा के माले विधायक रामबली सिंह यादव मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में अपनी दस सूत्री मांग पत्र सौंपने जहानाबाद पहुंचे थे, जहां उनका कहना है कि सीएम के अंगरक्षक के जरिए उनके साथ धक्का-मुक्की और दुर्व्यवहार किया गया, इससे साफ जाहिर होता है कि मुख्यमंत्री की मंशा क्या है. सीएम के सुरक्षाकर्मियों के व्यवहार से आहत विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिलान्यास और उद्घाटन करने पहुंचे थे, लेकिन यहां के दलित, महादलित और अति पिछड़ा से जिस तरह से छुआछूत की तरह व्यवहार किया. आने वाले दिनों में जहानाबाद जिले की जनता उनसे बदला लेने का काम करेगी.
रामबली यादव ने कहा कि चिलचिलाती धूप में कल्पा गांव के सैकड़ो की संख्या में महादलित परिवार मुख्यमंत्री से अपना दुखड़ा सुनाने के लिए पहुंचे थे, लेकिन मुख्यमंत्री उनकी तरफ देखना भी मुनासिब नहीं समझा सभी महादलित परिवार के लोगों को उनके घर में कैद कर दिया गया था. इतना ही नहीं जब हम भी मांग पत्र सौंपने गए तो मुझे भी वहां से धक्का देकर बाहर कर दिया गया.
विधायक ने बताया कि मैं घोसी के जनता का जनप्रतिनिधि होने के नाते लोगों के पीने के पानी के लिए मांग पत्र सौंपने आया था कि मुख्यमंत्री से कई गांवो में जहां पीने के पानी हाहाकार मचा हुआ है वहां पानी की व्यवस्था करें, लेकिन मुख्यमंत्री के सुरक्षा में रहे जवानों ने मुझे धक्का देकर बाहर कर दिया. माले विधायक ने कहा कि जिस तरह से जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ दलित एवं अति पिछड़ा के साथ मुख्यमंत्री का बर्ताव कार्यक्रम के दौरान किया गया. वह काफी निंदनीय है.
माले विधायक ने कहा कि इसकी जितनी भी निंदा किया जाए कम है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमेशा दिखावे के लिए दलित महादलित और अति पिछड़ा की बात करते हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर हकीकत आज सामने आ गई कि अभी भी मुख्यमंत्री दलित महा दलितों से छुआछूत वाला भेदभाव करते हैं.