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Nitin Naveen: राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पटना पहुंचे नितिन नवीन, भव्य रोड शो में दिखी भाजपा की ताक़त

 
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Bihar Politics: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद नितिन नवीन मंगलवार को पहली बार अपने गृह शहर पटना पहुंचे। इस मौके पर राजधानी में उत्साह और संगठनात्मक जोश साफ नजर आया। पटना एयरपोर्ट पर पहुंचते ही भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय सरावगी ने उन्हें मखाना की माला पहनाकर स्वागत किया, जबकि उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने शॉल और पुष्प गुच्छ भेंट कर शुभकामनाएं दीं। 45 वर्ष की उम्र में पार्टी के इस अहम पद तक पहुंचने वाले नितिन नवीन के स्वागत को भाजपा ने शक्ति प्रदर्शन में तब्दील कर दिया।

एयरपोर्ट पर डिप्टी सीएम विजय सिन्हा, मंत्री मंगल पांडे, दिलीप जायसवाल, संजीव चौरसिया, ऋतुराज सिन्हा समेत कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं की मौजूदगी रही। यहां से निकलने वाला रोड शो पटना एयरपोर्ट से लेकर मिलर हाई स्कूल मैदान और फिर भाजपा प्रदेश कार्यालय तक प्रस्तावित है। सड़क के दोनों ओर भगवा झंडों, ढोल-नगाड़ों और नारों के बीच कार्यकर्ताओं का उत्साह देखते ही बन रहा था।

यह रोड शो महज औपचारिक स्वागत नहीं, बल्कि संगठन की एकजुटता और नितिन नवीन की बढ़ती राजनीतिक भूमिका का संकेत माना जा रहा है। पार्टी नेताओं का कहना है कि यह आयोजन बिहार भाजपा के भीतर नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का प्रतीक है। जगह-जगह फूलों की बारिश और स्वागत मंचों के जरिए कार्यकर्ताओं ने अपने नेता के प्रति समर्थन जताया।

मिलर हाई स्कूल मैदान में आयोजित भव्य अभिनंदन समारोह के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं। मैदान में बनाए गए विशाल मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की तस्वीरें लगाई गई हैं। कार्यक्रम में पहले नितिन नवीन का औपचारिक अभिनंदन होगा, इसके बाद प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के नेता कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। अंत में नितिन नवीन खुद कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे।

कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था भी सख्त रखी गई है। मिलर हाई स्कूल मैदान में प्रवेश के लिए जांच की विशेष व्यवस्था की गई है। पुलिस बल के साथ मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है, ताकि कार्यक्रम शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से संपन्न हो सके। कुल मिलाकर, नितिन नवीन का यह दौरा बिहार भाजपा के लिए एक बड़े राजनीतिक संदेश और संगठनात्मक शक्ति के प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है।