विधान परिषद में भड़के तेजस्वी, बोले- नीतीश कुमार की हालत बेहद नाजुक, चिंता करने की जरुरत

बिहार बजट सत्र का बुधवार को नौवां दिन है। सदन शुरू होने से पहले विपक्ष के विधायक विधानसभा पोर्टिको में नारेबाजी की। विधायकों का कहना है कि बिहार में लॉ एंड ऑर्डर खराब होता जा रहा है। सदन के अंदर भी कानून व्यवस्था को लेकर विपक्षी विधायकों ने नारेबाजी की वेल तक पहुंच गए। फिर वो सदन से बाहर निकल गए।
वहीं विधान परिषद में सदन के शुरू होते ही सीएम नीतीश कुमार और राबड़ी देवी में बहस हुई। विधान परिषद में जब नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी ने कानून व्यवस्था का सवाल उठाया। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़क गए। सीएम खड़े हो गए और राजद शासन काल पर हमला बोला।

इस भिड़ंत के बाद तेजस्वी यादव हमलावर हो गए हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना भगवान से की है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की हालत बेहद नाजुक है।
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार तो महिलाओं पर ही गरमा सकते हैं। राबड़ी देवी राज्य की प्रथम महिला मुख्यमंत्री हैं। हम तो कहेंगे कि भगवान जल्द से जल्द उनको स्वस्थ करें। अब हालत गंभीर हो गया है, बिहार के लोगों को इसकी चिंता करनी चाहिए। हर कोई यही सोच रहा है कि इस अवस्था में सरकार कैसे चल रही है। यह राज्य के 14 करोड़ जनता के भविष्य का सवाल है। ऐसे आगमी के हाथ में कमान है जो खुद अचेत अवस्था में है।
तेजस्वी ने कहा कि अब बिहार के लोगों को सोंचना होगा और लोग सोंच भी रहे हैं। इस तरह का बयान कि हमने इसके हसबैंड को बनाया। लालू प्रसाद ने तो कितने प्रधानमंत्री को बनाया, आपसे पहले तो वह कई बार एमपी एमएलए बन चुके हैं। नीतीश कुमार को तो तेजस्वी यादव ने दो बार मुख्यमंत्री बनाया। लालू प्रसाद और नीतीश कुमार में कहीं कोई तुलना है। नीतीश कुमार के पास न तो कोई नीति है और ना ही कोई सिद्धांत है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार कुर्सी के लिए कुछ भी कर सकते हैं लेकिन लालू प्रसाद ने कुर्सी के लिए अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया, सत्ता रहे या जाए। नीतीश कुमार कब पलट जाएं और कब इधर से उधर और उधर से इधर हो जाएं, इसकी कोई गारंटी नहीं ले सकता है। इसलिए नीतीश कुमार की स्थिति नाजुक है, अब उनसे बिहार संभल नहीं रहा है उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।