Movie prime

खेला का डर सबको है? विधायकों को एकजुट रखने के लिए जुटीं पार्टियां

 

12 फरवरी की तारीख की अहमियत बिहार की राजनीति में काफी बढ़ी हुई है. इस दिन नई बनी एनडीए सरकार का फ्लोर टेस्ट होना है. लेकिन इससे पहले बिहार की राजनीतिक पार्टियों को ‘खेला’ का डर सता रहा है. सभी राजनीतिक पार्टियां अपने विधायकों को एकजुट रखने की कोशिश में पूरे जी-जान से जुटीं हुई हैं. कहीं प्रशिक्षण शिविर की आड़ में तो कहीं भोज के नाम पर तो कहीं पॉलिटिकल टूर विधायकों को सहेजा जा रहा है.

प्रशिक्षण शिविर में भाजपा के विधायक

भाजपा के बिहार के अपने सभी 78 विधायकों सहित विधान पार्षदों के लिए बोधगया में  प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया है. 10 और 11  फरवरी को ये प्रशिक्षण शिविर चलेगा.  जिसमें खुद गृह मंत्री अमित शाह वर्चुअली जुड़ेंगे. ऐसा बताया जा रहा है कि भी विधायक और विधान पार्षद 11 फरवरी की शाम या 12 फरवरी को पटना पहुंचेंगे.

जदयू में भोज की राजनीति

अपने 45 विधायकों को सहेजने के लिए जदयू भोज वाली राजनीति का सहारा ले रही है. आज यानी 10 फरवरी को मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर भोज का आयोजन किया गया है. जिसमें जदयू के सभी विधायकों और विधान पार्षदों को आमंत्रित किया गया है. वहीं 11 फरवरी को मंत्री विजय कुमार चौधरी के आवास पर भोज का आयोजन होगा जिसमें सीएम नीतीश कुमार भी मौजूद रहेंगे.

कांग्रेस विधायकों का पॉलिटिकल टूर

विधायकों में टूट का डर सबसे पहले कांग्रेस में देखने को मिला. सरकार बदले के कुछ दिन बाद ही बिहार के कुल 19 कांग्रेसी विधायकों में से 16 को एक साथ  पॉलिटिकल टूर पर भेज दिया गया. 2 विधायक किसी व्यक्तिगत कारण के वजह से नहीं जा पाए हैं ऐसा कांग्रेस का दावा है. सभी विधायकों को हैदराबाद के एक रिजोर्ट में ठहराया गया है. सब फिलहाल हैदराबाद घूम रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार सभी 11 फरवरी को पटना लौटेंगे.

राजद का खेला का दावा

‘खेला होगा’ का शिगूफा छोड़ने वाली राजद भी अपने विधायकों को एकजुट रखने का प्लान तैयार कर लिया है. आज राबड़ी आवास पर राजद विधायकों की जुटान होनी है. यहीं महल के मुताबिक रणनीति तैयार होगी.
हम(सेक्युलर) ने विधायकों को जारी किया विह्प
चार विधायकों के बल पर बिहार की सत्ता में शामिल हुई हम भी फ्लोर टेस्ट को लेकर पूरी तरह से एक्टिव हो गई है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन ने अपने सभी विधायकों को 12 फरवरी को सदन में रहने को कहा है. इसको लेकर हम ने अपने विधायकों को व्हिप जारी किया है. मांझी ने स्पष्ट रूप से कह दिया है कि वे कुर्सी की लालच में किसी के साथ घोखा नहीं कर सकते हैं. वे और उनकी पार्टी मजबूती से सरकार के साथ सरकार के साथ खड़ी है