संसद में रेलवे को लेकर पप्पू यादव ने रखी कई मांगे, बोले- ट्रेन में जनरल डिब्बा बढ़े, छात्रों को मिले रियायत
बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने गुरुवार को लोकसभा में बिहार के छात्रों के लिए कई मांगें रखीं। उन्होंने संसद में मौजूद केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के सामने ट्रेनों की दुर्दशा बताई और इसमें सुधार किए जाने से संबंधित कई मांगें रखीं। पप्पू यादव ने लोकसभा में यह भी बताया कि उनकी बेटी ने उनसे ट्रेन में महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर बातचीत की है। सांसद ने कहा, 'मेरी बेटी नेशनल खेलती है। उसने मुझसे कहा कि पापा जब हम टीम के सदस्यों के साथ ट्रेन से कहीं जाते हैं तो सबसे ज्यादा बच्चियों की सुरक्षा, बाथरूम और हाइजेन किचेन की आवश्यकता होती है। उन्होंने मुझसे कहा कि पापा अगर ट्रेन में सबसे पहले किसी चीज की व्यवस्था करनी है तो आप मंत्री से आग्रह करिए कि ट्रेन का जो जनरल डिब्बा होता है उसकी खिड़की खुली रहती है। कोई बच्ची सोती है तो खिड़की खुला रहता है। खिड़की में लगे लोहे टूटे रहते हैं और उसकी स्थिति अच्छी नहीं होती है जो कि सुरक्षा की दृष्टि से काफी अहम है।'
पप्पू यादव ने आगे कहा कि सफाई भी काफी महत्वपूर्ण है। महिलाओं के लिए अलग बाथरूम की आवश्यकता है और पुरुषों के लिए अलग बाथरूम होना चाहिए इसलिए महिलाओं के लिए बाथरूम की आवश्यकता पर ध्यान देने की जरुरत है। पप्पू यादव ने आगे कहा, 'प्लेटफॉर्म पर कही भी ढंग का वेटिंग हॉल नहीं है। जो वेटिंग हॉल है वो लोगों के सामान से भर जाता है। जैसे हमारे यहां पूर्णिया जंक्शन है, पूर्णिया कोर्ट है, बनमन की है, मुरलीगंज है, मधेपुरा है और इधर कस्बा है। जो जोगबनी से चलने वाली चीजें हैं मैं उसकी बात बता रहा हूं। वह सबसे ज्यादा अहम है।'
ट्रेन के जनरल डिब्बे को लेकर भी पप्पू यादव ने अपनी बात रखी। पप्पू यादव ने कहा, 'जनरल डिब्बा को बनाने की जरुरत है। हमारे यहां से सवा दो करोड़ मजदूर बाहर जाते हैं और उनके लिए कोई सुविधा नहीं है। कोसी, सीमांचल, मिथिलांचल से सबसे ज्यादा मजदूर आते हैं लेकिन ना तो उनको कोई सुविधा है और ना जनरल डिब्बा है और ना ही टिकट का किराया वो सही ढंग से दे पाते हैं। एसी की जगह जनरल डिब्बा को बढ़ाने की ज्यादा जरुरत है।
इसके बाद पप्पू यादव ने कहा कि उनका सबसे महत्वपूर्ण सवाल परीक्षा देने जाने वाले बच्चों के बारे में है। जो बच्चे किसी भी तरह की परीक्षा देने अपने जिले या राज्य से बाहर जाते हैं उन बच्चों को कम से कम 75 फीसदी रियायत के दर पर टिकट मिले। सांसद ने आगे कहा कि पेंशनधारी को रियायत पर टिकट मिले। साथ ही साथ थियेटर के जो सबसे बड़े कलाकार हैं जो कि गरीब घर से और मिडिल क्लास परिवार से आते हैं अगर वो थियेटर करने बाहर जाते हैं तो उन्हें भी रियात पर टिकट मिले।