केंद्रीय मंत्री का पत्र लेकर एम्स में चक्कर लगाते रहे मरीज के परिजन, मरीज नहीं हो सका भर्ती, मुकेश सहनी ने की मदद
पटना: मुजफ्फरपुर के विनोद कुमार एक सड़क हादसे में घायल हो गए। उसके बाद उनके परिजनों द्वारा तीन से चार अस्पताल का चक्कर लगाने के बाद भी जब सही इलाज नहीं मिला, तब वे विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पास पहुंचे। इसके बाद पूर्व मंत्री सहनी की मदद के बाद उन्हें आइजीआइएमएस में भर्ती करवाया गया और उनका इलाज शुरू हो सका।
वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि बिहार में वास्तव में कुशासन की सरकार है। उन्होंने जोर देकर कहा कि केंद्रीय मंत्री और मुजफ्फरपुर के सांसद का पत्र लेकर मरीज एम्स पटना में इलाज के लिए भटकता रहा, लेकिन उसकी नहीं सुनी गई।
मुजफ्फरपुर के सरैया के मरीज के परिजन मुंद्रिका सहनी ने बताया कि उनके दामाद विनोद कुमार एक सड़क हादसे में घायल हो गए थे। इसके बाद उन्हें मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया। यहां से उन्हें एक निजी अस्पताल भेज दिया गया, लेकिन अत्यधिक खर्च की वजह से यहां अधिक दिन इलाज कराना संभव नहीं था। उसके बाद वे स्थानीय सांसद का पत्र लेकर पटना एम्स पहुंचे लेकिन दिनभर गुहार लगाने के बाद भी मरीज को भर्ती नहीं कर सके।
इसके बाद वीआईपी के मुकेश सहनी की मदद और पहल के बाद उनके दामाद का इलाज चल रहा है, भगवान चाहा तो वे स्वस्थ हो जाएंगे।
इधर, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि दुर्घटना हुए 11 दिन हो गए और आज इलाज सही ढंग से शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत प्रदेश में कैसी है, इस घटना से समझा जा सकता है। सही अर्थों में यह सुशासन नहीं, कुशासन की सरकार है।
इस मामले पर पटना एम्स के डायरेक्टर डॉ. सौरभ वार्ष्णेय ने कहा कि ऐसा कोई मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है. मेरे यहां किसी माननीय का लेटर इग्नोर नहीं किया जाता है. पूरी कोशिश की जाती है कि जो भी सहयोग हो वो दिया जाए. कई बार ऐसा होता है कि बिस्तर खाली नहीं होता है. उस समय मजबूरी जरूर हो सकती है. लेकिन जो भी संभव होता है. संज्ञान में लेकर सहयोग किया जाता है.