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पटना: अगलगी मामले में पाल और अमृत होटल के मालिकों पर FIR, हादसे के बाद भाग गए स्टाफ

 

राजधानी पटना में गुरुवार को पटना जंक्शन गोलंबर स्थित पाल होटल और अमृत होटल में भयानक आग लगी थी. होटल में गैस सिलेंडर से खाना बनाने के दौरान आग लग गई. जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई. लगभग 20 लोग जख्मी हुए. वहीं 45 लोगों को रेस्क्यू कर अग्निशमन विभाग के द्वारा बाहर निकल गया. सभी का पीएमसीएज में इलाज चल रहा है. पटना अंचलाधिकारी रजनीकांत ने कोतवाली थाने को एफआईआर के लिए आवेदन दिया है. इसमें उन्होंने होटल मालिक के खिलाफ कई आरोप लगाए हैं.

इस हृदय विदारक घटना को लेकर पटना के कोतवाली थाने में अंचल अधिकारी रजनीकांत के आवेदन पर भादवि की धारा 304 के तहत मामला दर्ज किया गया है. वहीं होटल पर कई तरह के बैनर पोस्टर भी लगे हुए थे. जिसकी वजह से आग में अपना विकराल रूप लिया था. जिस पर तत्काल नियंत्रण नहीं किया जा सका. हालांकि अग्निशमन विभाग किया काफी सराहनीय कदम रहा. जिससे लगभग 45 लोगों की जान बचाई गई.

इस भीषण अगलगी में पाल होटल और होटल अमृत के मालिक की लापरवाही सामने आई है. इन सभी होटल मालिकों की लापरवाही को देखते हुए अंचल अधिकारी ने यह शिकायत दर्ज कराया गया है. शिकायतकर्ता ने साफ तौर से लिखा है कि पाल होटल एवं अमृत होटल के मालिक तथा अन्य अज्ञात लोगों की संलिप्त के संबंध में सुसंगत धाराओं में प्राथमिक की दर्ज की जाए. हालांकि कोतवाली थाने में मामला दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.

बताया जाता है कि पहले पाल होटल में खाना बनाने की दरमियान आग लगी और देखते-देखते आग ने अपना विकराल रूप ले लिया. वहीं बगल में अमृत होटल और एक दुकान को भी अपने आगोश में ले लिया. हालांकि अग्निशमन विभाग के द्वारा कुछ दिन पहले ही इस होटल को कई अहम सेफ्टी फायर के लिए निर्देश दिए गए थे, लेकिन इसका पालन नहीं किया गया. मौके पर 50 से अधिक दमकल की गाड़ियों को आज पर काबू पाने के लिए आना पड़ा. लगभग 4 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. बताया जाता है.

पटना जंक्शन से 50 मीटर दूर पाल होटल में गुरुवार सुबह लगी आग में 6 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे के पीछे नगर निगम, फायर ब्रिगेड के अधिकारियों को पाल होटल की लापरवाही नजर आ रही है। फायर ऑडिट रिपोर्ट में दिए निर्देश को पालन किया गया होता तो शायद 6 लोगों की जान ना जाती।

होटल की बिल्डिंग नगर निगम के मानकों के अनुरूप नहीं बनी है। बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन कर बनाया गया है। एंट्री गेट छोटा, मानक के अनुरूप सीढ़ी का ना होना आदि कई कमियां सामने आई हैं, जिसने इस आग को विकराल रूप लेने पर मजबूर कर दिया।