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गया के जंगल में सर्च अभियान में पुलिस को मिली सफलता, नक्सलियों ने पहाड़ की गुफा में छुपाया था बम बनाने का सामान

 

गया. बिहार के गया में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता हासिल हुई है. छत्तीसगढ़ की तर्ज पर गया के नक्सल प्रभावित छकरबंधा के इलाके में सुरक्षा बलों को क्षति पहुंचाने की साजिश नक्सलियों ने रच रखी थी और उसे अंजाम देने के लिए पूरा ढांचा तैयार किया जा रहा था. इसके लिए नक्सलियों ने लैंडमाइंस, प्रेशर आईईडी बनाने की मिनी फैक्ट्री तर्जुमा के जंगल में पहाड़ की गुफा में बना रखी थी. छत्तीसगढ़ की घटना के बाद अलर्ट हुई सुरक्षा बलों की टीम ने छकरबंधा के जंगल में पहाड़ के समीप गुफा में बनाए गए ऐसे मिनी फैक्ट्री का खुलासा किया है. इसमें बड़े पैमाने पर लैंडमाइंस, प्रेशर आईईडी बनाने के उपकरण बरामद किए गए है. उपकरण इतने थे, कि उसे गिनना भी मुश्किल हुआ जा रहा था.

गया के नक्सल प्रभावित छकरबंधा थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने गुफा में लैंड माइंस, प्रेशर आईईडी समेत अन्य विस्फोटक बनाने की मिनी फैक्ट्री बना रखी थी. सुरक्षा बलों की कार्रवाई में इसका खुलासा हुआ और बड़े पैमाने पर विस्फोटक बनाने वाले सामग्री की बरामद की हुई है. माना जा रहा है, कि एक स्थान से अब तक यह विस्फोटक बनाने की सबसे बड़ी सामग्री बरामद हुई है. नक्सलियों ने पूरी योजना के साथ गुफा में यह मौत की फैक्ट्री संचालित कर रखी थी.

छत्तीसगढ़ की तर्ज पर घटना को अंजाम देने की रची जा रही थी साजिश 

बीते दिनों छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों ने वारदात को अंजाम दिया था, जिसमें सुरक्षा बल के कई जवान शहीद हो गए थे. इस तरह की घटना गया के छकरबंधा थाना क्षेत्र में भी रची जा रही थी. हालांकि छत्तीसगढ़ की घटना के बाद अलर्ट हुए सुरक्षा बलों ने लगातार यहां सर्च ऑपरेशन चला रखा था. सर्च ऑपरेशन के क्रम में ही भारी मात्रा में आईईडी बनाने का सामान बरामद किया गया है.

विस्फोटक बनाने में उपयोग होने वाले 45 तरह के उपकरण किए गए बरामद 

सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 45 तरह के उपकरणों की बरामदगी की गई है. बरामद उपकरणों में 5 किलोग्राम के चार सिलेंडर, दो किलोग्राम के चार सिलेंडर, 12 किलोग्राम के चार प्रेशर को कूकर, 10 किलोग्राम के पांच प्रेशर कुकर, 10 किलोग्राम के स्टील कंटेनर, अल्युमिनियम कड़ाही, तराजू। इलेक्ट्रिक एक्सप्लोडर, क्षारीय बैट्री, टिफिन बम बनाने वाला उपकरण 44 पीस, टिन कटर 20 पीस, बिट ड्रिल 20 पीस, छेनी हथौड़ा, फेवीक्विक, अल्युमिनियम फाॅॅयल 60 पीस, स्टील कंटेनर 84 पीस, हैंड ड्रिल मशीन, प्लास्टर ऑफ पेरिस 3 किलोग्राम, तार, रेशम के धागे 110 पीस, डिस्पोजल सिरिंज 5 पीस, सलाई रिंच, आयरन पाइप 132 पीस, मिथाइल पैराथियान पॉलीटॉक्स, हेक्सा ब्लेेड आदि की बराामदगी की गई है. माना जा रहा है कि इन उपकरणों से बड़े पैमाने पर लैंडमाइंस, प्रेशर आईईडी जैसे घातक विस्फोटक बनाने की योजना थी. गौरतलब हो, कि नक्सली बड़ी वारदात को प्रेशर आईईडी, आईईडी के सहारे अंजाम देते हैं और सुरक्षा बलों को भारी क्षति पहुंचाने में लगे रहते हैं. प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने गया में कुछ इस तरह की साजिश रच रखी थी, लेकिन सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया.

सर्च ऑपरेशन में मिली सफलता

सुरक्षा बलों को यह सफलता सर्च ऑपरेशन के दौरान मिली है. बताया जा रहा है, कि छत्तीसगढ़ की घटना के बाद गया के डुमरिया के इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया था. इस क्रम में डुमरिया प्रखंड के छकरबंधा के तारचुआं इलाके में बीती रात मंगलवार को 9:00 बजे से 12:00 रात तक सघन सर्च ऑपरेशन चला और छकरबंधा के तारचुआं के जंगल में सर्च ऑपरेशन के दौरान एक गुफा से विस्फोटक बनाने की सामग्री इतने बड़े पैमाने पर बरामद की गई है. इतनी बड़ी सामग्री पहली बार एक साथ बरामद हुई है, जिसका उपयोग घातक विस्फोटक बनाने में किया जाना था. इस तरह सुरक्षा बलों की सतर्कता से नक्सलियों की एक बड़ी मंशा को विफल कर दिया गया है.


वहीं, इस संबंध में सिटी एसपी रामानंद कुमार ने बताया कि विस्फोटक बनाने का जखीरा बरामद हुआ है. इतने बड़े पैमाने पर जखीरा संभवत पहली बार बरामद हुआ है. मंगलवार की रात को नक्सलियों के खिलाफ सघन सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें यह सफलता मिली है. मामले में आगे की कार्रवाई हो रही है और नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन अब भी भी जारी है. नक्सलियों की धर पकड़ को लेकर सुरक्षा बल की कार्रवाई लगातार जारी है.