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इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ा डेटा जारी होते ही पोस्टर जारी, RJD ने दिया जवाब, घोटाले की खोल दी पोल

 

सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद चुनाव आयोग ने गुरुवार (14 मार्च) को इलेक्टोरल बॉन्ड का पांच साल का डेटा अपनी वेबसाइट पर जारी कर दिया. भारतीय स्टेट बैंक की ओर से दी गई डिटेल पर चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड डोनर्स की लिस्ट जारी की है. चुनाव आयोग की ओर से दी गई डिटेल के अनुसार सबसे ज्यादा चंदा भारतीय जनता पार्टी (BJP) को मिला है. 5 साल में बीजेपी ने 60 अरब से भी ज्यादा रकम के इलेक्टोरल बॉन्ड इनकैश किए हैं. पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी ने 17 करोड़ इनकैश किया था.

चुनाव आयोग की ओर से दी गई डिटेल में यह नहीं बताया गया है कि किस डोनर ने किस पार्टी को चंदा दिया है. फिलहाल सिर्फ यही जानकारी दी गई है कि किस डोनर ने कितना चंदा दिया और किस पार्टी को कितना चंदा मिला, लेकिन किसने किसको दिया इसका ब्योरा नहीं दिया गया है. पांच सालों में सभी राजनीतिक दलों को इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए 12,769 करोड़ का चंदा दिया गया है. इसमें से 60,60.52 करोड़ चंदा बीजेपी को मिला है.

इन आकड़ों के सार्वजनिक होते ही देश की सियासत गरमा गई है। राजधानी पटना में इलेक्टोरल बॉन्ड द्वारा जारी लिस्ट को लेकर पोस्टर वार शुरू हो गया है। राजद से पोस्टर लगाकर बीजेपी पर करारा प्रहार किया है. राजद कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगाकर बीजेपी पर हमला बोला है. इसमें दिखाया गया है कि 2019 से लेकर अब तक भाजपा के द्वारा कितने घोटाले किए गए हैं. इस पोस्टर का मुख्य उद्देश्य कथित तौर पर जनता को भाजपा के भ्रष्टाचार से रूबरू कराने के लिए किया गया है. वहीं पोस्टर में राजद एक ओर भाजपा के कथित तौर पर किए गए भष्ट्राचार का वर्णन किया गया है. तो वहीं दूसरी ओर पीएम मोगी की तस्वीर के साथ CBI को पिंजरे में कैद और ED को बाहर दिखाया गया है. वहीं पीएम के अगल बगल भाजपा से जुड़े नेताओं की तस्वीरों के साथ घोटाले का जिक्र किया गया है.

बता दें कि, इस पोस्टर में पीएम के एक तरफ जय पांडा (जमीन घोटाला),  पेमा खांडू (2000 करोड़ घोटाला), अजीत पवार( सिंचाई घोटाला), हसन मुश्रिफ(1500 करोड़ घोटाला), रघुवर दास (T-Shirtघोटाला), वहीं दूसरी तरफ नारायण राणे (लैंड घोटाला), हिमंता बिश्व सरमा(शरदा घोटाला), सुवेंदु अधिकारी(शरदा घोटाला), शिवराज सिंह चौहान(व्यापम घोटाला), बीएस बोम्मई(PayCM), छगन भुजबल (महाराष्ट्र सदन घोटाला) को दर्शाया गया है।

इलेक्टोरल बॉन्ड घोटाला: वहीं घोटाले को लेकर राजद ने पोस्टर में लिखा है कि,  30 वैसी कम्पनी जिसपर सी.बी.आई एवं ई.डी. की जाँच चल रही थी उन कम्पनियों में करीब 335 करोड़ का इलेक्ट्राल वाण्ड भाजपा को दिया और जाँच बंद हो गई। प्रधानमंत्री जी ने करोना से लड़ने के लिए एक पीएम केयर फण्ड बनाया जिसमें 5349 करोड़ सरकारी सांस्थाओं से एवं 4223 करोड़ निजी संस्थाओं द्वारा चंदा दिया गया परन्तु अर्थ कर हिसाब मांगने पर कहा गया कि यह आरटीआई से बाहर है।

3. कैग रिपार्ट के अनुसार : भारत माला प्रोजेक्ट 10 किलोमीटर सड़क बनानी थी 15.87 करोड़ में, परन्तु बनी 32.17 करोड़ में भ्रष्टाचार 16.80 करोड़

4. द्वारिका एक्सप्रेस वे में1 किलोमीटर सड़क का निर्माण 18 करोड़ में होना था खर्च हुआ परन्तु बना 250 करोड़ में भ्रष्टाचार 1 किलोमीटर में 232 करोड़

5. टोल नियम का उल्लंघन करके आम जनता से एनएचआई के द्वारा 132 करोड़ रूपया वसूला गया।
6. आयुष्मान् योजना में मुदाँ का ईलाज 1 ही मोबाईल नं० से 10 लाख लोगों का रजिस्ट्रेशन हुआ ।

7. 100 वेड की क्षमता वाले हॉस्पिटल में 250 लोगों को भर्ती दिखाया गया।

8. आयोध्या डेवलपमेंट में ठेकेदारों को अनुचित तरीके से 19.73 करोड़ का लाभ दिया गया।

9. पेंशन घोटाला: पेंशन के पैसे से प्रचार में खर्च किया गया।

10.एच ए एल घोटाला: बिमान इंजन डिजाईनिंग में गड़बड़ी के कारण 154 करोड़ का नुकसान हुआ।