राजीव रंजन का RJD के दावे पर तंज, कहा- आरजेडी का कोई आधार बचा नहीं है, एक-एक सीट के लिए तरस जाएगी, बौखलाहट दिख रही है

नीतीश कुमार बीते शनिवार को दिल्ली गए थे. रविवार को वो वापस पटना लौट आए. इस दौरान उनकी ना तो पीएम मोदी से और ना ही गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई. सूत्रों के मुताबिक उन्हें मिलने का समय नहीं दिया गया. इसे लेकर अब बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने सीएम नीतीश पर निशाना साधा है. आरजेडी का कहना है कि सारी लड़ाई बिहार में सीएम की कुर्सी की है. जेडीयू और बीजेपी में अंदरूनी लड़ाई है. आरजेडी के इस बयान पर जेडीयू ने पलटवार किया है.
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने आरजेडी के दावे पर तंज कसते हुए कहा कि ऐसी बौखलाहट तो तब होती है, जब आपका सब कुछ समाप्त हो गया हो. आरजेडी का कोई आधार बचा नहीं है. इस बार एक-एक सीट के लिए तरस जाएगी. उन्होंने कहा कि 16 फरवरी को नीतीश दिल्ली गए. 17 को लौटे. यह निजी और व्यक्तिगत यात्रा थी. नीतीश कुमार की पीएम मोदी और अमित शाह से मुलाकात नहीं हुई. यह सब कहकर RJD क्या मेसेज देना चाहती है? RJD के फैलाने से भी भ्रम नहीं फैलेगा. बिहार जागरूक राज्य है.

एनडीए बिहार में एकजुट है. नीतीश के नेतृत्व में एनडीए विधानसभा चुनाव लड़ेगा. 225 सीटें जीतेगा. आरजेडी गुमराह करने का काम कर रही है. जनता चुनाव में सबक सिखा देगी. आरजेडी को अपने खोए हुए जनाधार को बचाने एवं महागठबंधन को बचाने की कोशिश करनी चाहिए.
क्या 20 फरवरी को दिल्ली CM के शपथ ग्रहण समारोह में नीतीश जाएंगे? NDA मुख्यमंत्रियों को बुलाया गया है. इस पर उन्होंने कहा कि इसकी अभी अधिकारिक तौर पर मुझे कोई सूचना नहीं है.
बता दें कि इससे पहले दिसंबर के आखिरी हफ्ते में भी सीएम नीतीश कुमार दिल्ली गए थे और उनके मनमोहन सिंह के परिजनों से मुलाकात की थी. उस दौरान भी पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी थी. एक बार फिर सीएम नीतीश 16 फरवरी को दिल्ली गए, लेकिन पीएम मोदी और अमित शाह से उनका मिलना नहीं हुआ, जिसे लेकर अब विपक्ष एनडीए में अंदरूनी नाराजगी की बात करने लगा है.