मांझी के बयान पर आरजेडी ने पूछा- कौन-कौन सफेदपोश शराबबंदी को विफल करने में जुटे हैं
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के शराबबंदी वाले बयान पर आरजेडी ने पलटवार किया है। एजाज अहमद ने कहा कि अब केंद्रीय मंत्री भी मान रहे हैं कि सफेदपोश शराबबंदी को विफल करने में जुटे हैं। राज्य सरकार की दोहरी नीति के कारण गरीब, शोषित, वंचित वर्ग के लोगों को तबाह किया जा रहा है।
गरीब लोगों को जेल में डाला जा रहा है। उन्हें यह भी बता देना चाहिए कि कौन-कौन सफेदपोश इसमें शामिल हैं। बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से फेल हैं। इसके लिए कहीं न कहीं डबल इंजन की सरकार जिम्मेदार है।
एजाज अहमद ने कहा कि मांझी और रत्नेश सदा इस मामले में राजनीति कर रहे हैं। गरीबों, शोषितों कि बात करके भ्रम फैलाया जा रहा है। सच्चाई तो यह है कि सरकार के स्तर से ही गरीबों को तंग किया जा रहा है। सफेदपोशों को संरक्षण दिया जा रहा है। बिहार में शराब की होम डिलीवरी हो रही है। शराब माफियाओं को किन-किन नेताओं का संरक्षण मिला हुआ है। उसको उजागर करने का काम करें।
दरअसल, पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने कहा था कि शराब पीने पर गरीबों को पकड़ा जाता है। गरीब लोग पावभर (250 ग्राम) भी सेवन कर लिए तो ब्रेथ एनलाइजर लगाकर उन्हें जेल भेजा जाता है। दूसरी तरफ लाखों लीटर शराब की तस्करी करने वालों को छोड़ा जा रहा है। हम सब सफेदपोश जब रात में शराब पीते हैं तो हमें नहीं पकड़ा जाता है। ऐसा नहीं होना चाहिए।