जातीय गणना को RJD ने बताया तेजस्वी का एजेंडा, शक्ति यादव बोले- लालू ने संघर्ष किया, महागठबंधन ने दबाव बनाया

जातीय गणना के ऐलान के बाद से ही बिहार में राजनीति गरमाई हुई है. एनडीए और महागठबंधन दोनों ही अपने-अपने शीर्ष नेताओं की इसे जीत बता रहे हैं. आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि जातीय गणना के लिए लालू ने सदन से लेकर संसद तक संघर्ष किया. तेजस्वी ने संघर्ष किया. पूरे महागठबंधन ने दबाव बनाया तब जाकर केंद्र सरकार ने देश भर में जातीय गणना कराने का निर्णय लिया है.
शक्ति यादव ने कहा, "देवेगौड़ा की सरकार में लालू यादव के कारण जातीय गणना कराने का निर्णय हुआ था, लेकिन अल्पकालीन सरकार होने के कारण नहीं पाया था. 2011 में फिर मशक्कत की गई. बजट में प्रवधान किया गया, लेकिन आंकड़ा प्रकाशित करने की जब बारी आई तो मरहूम अरुण जेटली ने जाति छूपा ली.

उन्होंने कहा कि जेडीयू क्यों श्रेय ले रही है. नीतीश कोई फैक्टर नहीं हैं. सुविधा की राजनीति करते हैं. फैसले के टाइमिंग पर कहा कि जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान पर क्या कठोर कार्रवाई होगी इस पर केंद्र चुप्पी साधे हुए है, लेकिन बिहार चुनाव को देखते हुए जातीय गणना कराने का निर्णय लिया. तेजस्वी के एजेंडे पर केंद्र सरकार को आना पड़ा.
शक्ति यादव ने कहा कि आतंकी, पाकिस्तान को जवाब ऐसा देना चाहिए कि फिर सिर उठाने की हिम्मत न करे. जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले से पूरा देश मर्माहत है.
वहीं गिरिराज का राहुल और तेजस्वी पर आपत्तिजनक बयान कि एक बच्चा कहता है, हमारे पुरखों ने करवाया. तुम्हार बाप भी था ना मनमोहन सिंह की सरकार में तब क्यों नहीं करवा दिए. इस पर आरजेडी ने कहा कि गिरिराज पहले कहते थे कि जातीय गणना से जातीय द्वेष होगा. उनको अपने बाप के रास्ते पर आना पड़ा. तेजस्वी के पिताजी लालू के रास्ते पर आना पड़ा. केंद्र सरकार को जातीय गणना कराने का निर्णय लेना पड़ा.