रोहिणी आचार्य बोली- यात्रा का अगला नाम विपत्ति यात्रा ना हो जाए, कांग्रेस बोली- नीतीश कुमार डर गए
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 23 दिसंबर से 'प्रगति यात्रा' पर निकलेंगे. यह उनका पहला चरण होगा. उनकी इस यात्रा पर आरजेडी और कांग्रेस के नेता हमलावर हैं. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने नीतीश कुमार की इस यात्रा को लेकर हमला बोला है.
रोहिणी आचार्य ने एक्स पर लिखा, "पहले महिला संवाद यात्रा, फिर समाज सुधार यात्रा और अब प्रगति यात्रा. यात्रा एक मगर नाम में फेरबदल अनेक. नाम तय करने में अनिश्चितता से ही मानसिक अस्थिरता जाहिर होती है. कहीं ऐसा न हो कि यात्रा का अगला नाम "विपत्ति यात्रा" हो जाए!!"
बिहार कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजेश राठौर का कहना है कि 'महिला संवाद यात्रा' के नाम पर नीतीश कुमार डर गए हैं. अब बिहार की दुर्गति कर वे प्रगति यात्रा पर निकल रहे हैं. 20 सालों में नीतीश कुमार ने दुर्गति तो इतनी की है कि अब महिला संवाद के नाम पर भी डर लग गया है. आपने (सीएम) ही महिला संवाद नाम दिया था. 225 करोड़ रुपये खर्च होने वाले थे. अब प्रगति यात्रा पर निकल रहे हैं. इसका मतलब है कि सचमुच आपकी मति भ्रष्ट हो गई है.
राजेश राठौर ने कहा कि बार-बार अपने ही कार्यक्रम का नाम बदलते हैं तब जब सबको पता है कि आपने बिहार की दुर्गति कर रखी है. छात्रों की दुर्गति, नौजवानों की दुर्गति, पिछड़ों की दुर्गति, किसानों की दुर्गति और निर्माण कार्य का तो आपने ऐसा बंटाधार किया है कि पूरा होने से पहले ही ध्वस्त हो जाता है. पुल बनने से पहले ही ध्वस्त हो जाता है. यानी कि दुर्गति की आप प्रगति देखने जा रहे हैं.
बता दें कि कांग्रेस और आरजेडी का कहना है कि 'महिला संवाद यात्रा' का नाम बदला गया है जबकि जेडीयू की ओर से इसे खारिज कर दिया गया है. कहा गया है कि नीतीश कुमार 15 दिसंबर से महिला संवाद कार्यक्रम में जाने वाले थे, लेकिन यह यात्रा अब जनवरी में होगी. महिला संवाद कार्यक्रम पूरी तरह से अलग है.