संजय जायसवाल का तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप: नीतीश सरकार को बदनाम करने के लिए विधायकों से अपराध करवाते हैं

आरजेडी विधायक रीतलाल यादव के ठिकानों पर एसटीफ की छापेमारी के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है. बेतिया से बीजेपी सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने आरोपी लगाया कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने सभी विधायकों को खुली छूट दे रखी है कि तुम लोग क्राइम करो, जिससे नीतीश सरकार बदनाम हो सके. उन्होंने कहा कि रीतलाल यादव के घर एके-56 मिलना यह इस बात का सबूत है.
संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार में जितने भी अपराध हो रहे हैं, उसमें तेजस्वी यादव का हाथ है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि लालू यादव के शासनकाल में अपराधियों को सीएम हाउस से संरक्षण मिलता था. वहीं से अपराध की सारी रणनीति तैयार होती थी. रंगदारी से लेकर किडनैपिंग तक का पैसा सीएम हाउस से ही डील होता था. अब पूरे बिहार में तेजस्वी यादव अपराधियों के किंगपिन हैं.

"पहले भी यही होता था. 1990 से 2005 में तब भी आरजेडी विधायकों के यहां हथियार मिलना आम बात होती था. जितनी हत्या और बलात्कार होते थे, मुख्यमंत्री आवास से लिंक हुआ करता था. बार-बार जब तेजस्वी यादव क्राइम ग्राफ की बात करते हैं तो जाहिर है कि वह अपने सभी वैसे विधायकों को खुली छूट दे दिया है कि तुम जाकर क्राइम करो, जिससे के मैं नीतीश सरकार को बदनाम कर सकूं.
वहीं, प्रशांत किशोर की 'फ्लॉप रैली' पर तंज कसते हुए संजय जायसवाल ने कहा कि एक चार्टर अकाउंटेंट अगर उद्योगपति बनने का सपना देखेगा तो उसका वही हश्र होगा, जो हश्र प्रशांत किशोर का हुआ है. प्रशांत किशोर बिहार में मुख्यमंत्री बनने का सपना लेकर राजनीति में आए हैं. कल पटना के गांधी मैदान में प्रशांत किशोर की जो रैली फ्लॉप हुई है, उसके साथ ही प्रशांत किशोर का मुख्यमंत्री बनने का सपना का भी समापन हो गया है.
"रणनीतिकार से पार्टी बनाना और फिर मुख्यमंत्री का सपना देखना, प्रशांत किशोर के अरमानों पर जनता ने कल पानी फेर दिया. यह दर्शाता है कि बिहार की जनता प्रशांत किशोर के सपना को चूर-चूर कर दिया है. चुनाव की रणनीति बनाना और स्वयं में कार्यकर्ता के रूप में चुनाव का सफर तय करना, दानों में अंतर है