"ये है लालू यादव का सामंती चेहरा..." HAM प्रवक्ता ने तस्वीर जारी कर कसा तीखा तंज

बीते दिन मंगलवार को राजद की तरफ से पटना में मुसहर-भुइयां महारैली सह संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें तेजस्वी यादव ने मुसहर-भुइयां से कई वादे किए । इस कार्यक्रम को लेकर खूब सियासत हो रही है। सबसे पहले केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर तेजस्वी पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि तेजस्वी किसी मुसहर-भुइयां को सीएम पद का चेहरा घोषित करें। वहीं अब हम पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने राजद सुप्रीमो लालू यादव को निशाने पर लेते हुए की एक तस्वीर को पोस्ट किया है।
हम पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने जो तस्वीर शेयर की है,उसमें लालू यादव एक कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं। लालू यादव का पैर पकड़े हुए एक महिला और एक पुरुष भी तस्वीर में दिख रहे हैं। तस्वीर के बारे में बताते हुए उन्होंने लिखा - ये हैं सरयू मांझी और प्रभावती देवी... और ये है लोकतंत्र की ललकार पर सामंतवाद की हुंकार! सरयू मांझी और प्रभावती देवी... मखदुमपुर के रहने वाले हैं... सरयू मांझी नौकरी करते हैं जबकि प्रभावती देवी जी राजद के कोटे से आयोग की सदस्य रही हैं… लेकिन इतना कुछ अर्जित करने के बाद भी लालू यादव की नजरों में इन दोनों की जगह कहां है, उसकी गवाह यह तस्वीर है…

उन्होंने पोस्ट में आगे लालू यादव पर तंज कसते हुए लिखा - लालू प्रसाद यादव के असली चेहरे से — सामंती चेहरा! वो जो हर चुनाव में "गरीब-पिछड़ा-अति पिछड़ा" का झंडा उठाकर निकलते हैं, लेकिन जब कोई मुसहर भुइयाँ अपनी हैसियत से उठकर सवाल पूछे, तो वही झंडा उल्टा कर मार दिया जाता है। कोई मांझी अगर चुनाव लड़ने की हिम्मत कर लें तो वो “मर्यादा की सीमाएं लांघ रहे हैं”। प्रभावती देवी अगर बोल उठें तो वो “किसी के इशारे पर” बोल रही हैं। क्यों? क्योंकि असली लोकतंत्र में बोलने का अधिकार सिर्फ उसी को है जो किसी बड़े नेता की गोदी में बैठा हो? ये हैं लालू यादव... जो खुद को गरीबों का मसीहा कहते हैं लेकिन मुसहरों को मसीहाई करने का हक नहीं देना चाहते। ये हैं “जनता के नेता”, लेकिन जनता अगर नेता बनने लगे, तो जनता से ही खतरा महसूस करने लगते हैं। अरे भई, मुसहर भुइयाँ से यही चाहते हैं – झुके रहो, रेंगते रहो, और हर पांच साल पर ताली बजाकर वोट दो। बाकी सब राजनीति? सच्चाई है कि जीतन राम मांझी का डर आज राजद को सता रहा है इसलिए सम्मलेन करके झूठे वायदे कर रहे हैं.."